5 यादगार वनडे मैच जो भारतीय टीम ने 90 के दशक में खेले और वह फैंस को हमेशा याद रहेंगे   

भारतीय टीम के यादगार मुकाबले
भारतीय टीम के यादगार मुकाबले

भारत vs ऑस्ट्रेलिया (कोका-कोला कप: 24 अप्रैल 1998)

शारजाह में सचिन का तूफान
शारजाह में सचिन का तूफान

1998 में शारजाह में खेला गया कोका – कोला कप को सचिन तेंदुलकर द्वारा किये गए अविस्मरणीय प्रदर्शन के लिए हमेशा याद रखा जाएगा l 24 अप्रैल 1998 को कोका – कोला कप के फाइनल में भारत ने पास जीत कर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था | ऑस्ट्रेलिया पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 272 रन का एक अच्छा खासा टोटल खड़ा किया था, लेकिन उन दिनों सचिन की बैटिंग एक अलग की मुकाम पर थी और उन्होंने अपने जन्मदिन के मौके पर 134 रनों की शानदार पारी खेली और टीम को जीत दिलाई l उनकी बैटिंग को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि अगर कोई टीम 350 रन का भी लक्ष्य देती तो सचिन उसे पूरा कर देते l नब्बे के दशक का कभी न भूला जा सकने वाला यह पूरा टूर्नामेंट ही सचिन के प्रदर्शन के कारण प्रसिद्ध हो गया l

भारत vs पाकिस्तान (सिल्वर जुबली इंडिपेंडेंट कप: 18 जनवरी 1998)

भारत ने पहली बार 300 से ऊपर का लक्ष्य हासिल किया था
भारत ने पहली बार 300 से ऊपर का लक्ष्य हासिल किया था

1990 के दशक में भारत द्वारा खेले गए रोमांचक मैच की सूची में इस मैच का भी अपना अलग स्थान है l सन 1998 की शुरुआत के जनवरी महीने के कड़ाके की ठण्ड और धुंध के बीच भारत ने पहली बार 300 से अधिक रन के लक्ष्य को हासिल किया था l मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान की टीम ने 48 ओवर में 314 रन का स्कोर खड़ा किया था l जबाव में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने सौरव गांगुली के 124 रन की मदद से इस लक्ष्य को हासिल कर लिया था l लेकिन यह मैच हृषिकेश कानितकर के द्वारा अंतिम ओवर (48 वां ओवर) के पांचवें गेंद पर लगाए गए चौके के लिए भी याद किया जाता रहेगा l

Quick Links

Edited by निशांत द्रविड़