साल 2003 में भारतीय टीम ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को एडिलेड में दूसरे टेस्ट में हरा दिया था। साल 2001 में जिस तरह द्रविड़ और लक्षमण ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था। वही कारनामा फिर दोहराया गया था। ऐसा कम ही हुआ जब किसी टीम ने 500 रन बनाये हों और अंत में उसे हार का सामना करना पड़ा हो। उपकप्तान द्रविड़ ने इस मैच में दोहरा शतक बनाया था। इस मैच में अजित अगरकर ने दूसरी पारी में शानदार गेंदबाज़ी की थी। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच की पहली पारी में 556 रन बनाये थे, पोंटिंग ने इस मैच में दोहरा शतक बनाया था। अनिल कुंबले को 5 विकेट मिले थे। पहली पारी में एक समय भारत का स्कोर 85 रन पर 4 विकेट था। लेकिन एक बार फिर द्रविड़ और लक्ष्मण ने भारत की लाज बचाते हुए 303 रन की साझेदारी कर डाली। द्रविड़ ने इस मैच में नाबाद 233 रन बनाये। भारत ने कुल 523 रन बनाये। जिसकी वजह से कंगारुओं को 33 रन की बढ़त मिल गयी। दूसरी पारी में जब कंगारू टीम बल्लेबाज़ी करने आई तो अगरकर ने कहर बरपा दिया। उनकी पूरी टीम 196 रन पर आलआउट हो गयी। अजित ने 41 रन देकर 6 विकेट लिए। इस मैच को जीतने के लिए भारत को 230 रन बनाने थे। द्रविड़ ने एक बार फिर 72 रन की नाबाद पारी खेलते हुए भारत को 6 विकेट की जीत दिला दी। लक्ष्मण और सहवाग ने भी इस मैच में बेहतरीन खेल दिखाया था। परिणाम: ऑस्ट्रेलिया 556(पोंटिंग 242, कुंबले 154/5) और 196(हेडन 99, अगरकर 41/6), भारत 523( द्रविड़ 233, बिकल 118/4) और 233/6(द्रविड़ 72, काटिच 1/22)