“जीत छीन लेना” इस मुहावरे को हकीकत में बदलते हुए भारतीय टीम ने इस मैच में जीत हासिल की थी। भारत ने इस मैच में यादगार वापसी की थी। दूसरी पारी में द्रविड़ और लक्ष्मण ने एतिहासिक पारी खेली थी। इसके अलावा हरभजन सिंह ने कमाल की हैट्रिक लगाई थी। जो आज भी लोगों के जहन में ताज़ा है। ऑस्ट्रेलिया उस वक्त 16 मैच लगातार जीतकर विजयी रथ पर सवार था। साथ ही पहले मैच में भारत को भी उन्होंने हरा दिया था। लेकिन दुसरे टेस्ट की भारत की दूसरी पारी में पासा पलट गया। ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष 3 बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की थी। स्टीव वॉ के शतक और गिलेस्पी के 46 रन की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने 445 रन बनाये थे। जवाब में भारतीय टीम मात्र 171 रन बना सकी। लक्ष्मण इस पारी में सबसे ज्यादा 59 रन बनाये थे। 274 रन से पिछड़ने के बाद दूसरी पारी में लक्ष्मण (281) और द्रविड़ (180) के बीच यादगार साझेदारी के बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 374 रन का लक्ष्य रखा। उसके बाद हरभजन सिंह ने हैट्रिक लेकर ऑस्ट्रेलिया को हार की तरफ धकेल दिया। इस मैच में सचिन ने भी अच्छी गेंदबाज़ी की थी। परिणाम: ऑस्ट्रेलिया 445 (वा 110, सिंह 7/123)और 212(हेडन 67 सिंह 6/73) और भारत 171(लक्ष्मण 59, मैग्रा 4/18) और 657/7 (लक्ष्मण 281, मैग्रा 3/103) लेखक-राजदीप पुरी, अनुवादक-जितेन्द्र तिवारी