भारत बनाम पाकिस्तान का मतलब सिर्फ मैदानी दुश्मनी नहीं है, बल्कि इसके मायने दोनों देशों के तमाम लोगों पर असर डालते हैं। वर्षों से चली आ रही दुश्मनी आज भी ताजा है। और पाकिस्तान के खिलाफ 10 विकेट से मिली ऐतिहासिक जीत भारतीय क्रिकेट में घरेलू मैदान पर जीत का सबसे यादगार पल है। वर्ष 1980 की सर्दियों में, कपिल देव की टीम ने आसिफ इकबाल की पाकिस्तानी टीम को 10 विकेट से हराकर 6 मैचों की सीरीज में 2-0 से बढ़त हासिल की। इस जीत का श्रेय महान कपिल देव को जाता है जिन्होंने पहली पारी से ही अपना आक्रामक रुप इख्तियार कर लिया था। कपिल देव ने पहली पारी में 4 विकेट लिए थे और पाकिस्तान को 272 पर बॉल आउट कर दिया था। गेंद से कमाल करने के बाद कपिल ने पहली पारी में ही 98 गेंदों पर ताबड़तोड़ 84 रन बनाए और कप्तान सुनील गावस्कर की 166 रन की पारी को बर्बाद होने से बचाया, क्योंकि मिडिल ऑर्डर ने पाकिस्तानी गेंदबाजों के सामने घुटने टेक दिए थे। भारत को 158 रन की बढ़त मिलने के बाद, कपिल देव का तुफान रुका नहीं और दूसरी पारी में अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाते हुए पड़ोसी देश के 7 बल्लेबाजों को चलता कर दिया और भारत को महज 76 रन का छोटा लक्ष्म मिला। जिसे भारत ने बिना किसी नुकसान के हासिल कर पाकिस्तान को 10 विकेट से मात दी।