पार्थिव पटेल 'अपने देश के लिए खेलना काफी गर्व की बात होती है और टीम में वापसी करना और भी ज्यादा मुश्किल होता है। विराट कोहली के साथ टीम के बाकी खिलाड़ियों ने मुझे काफी प्रोत्साहित किया। टीम के लिए रन बनाकर काफी अच्छा लगा।' आखिरी टेस्ट मैच- 8 अगस्त 2008 टेस्ट टीम में वापसी का दिन- 26 नवंबर 2016 टीम में वापसी- 8 साल बाद साल 2002 में महज 17 साल की उम्र में पार्थिव पटेल ने अपना डेब्यू किया था। पिछले साल दिसंबर में 31 साल की उम्र में उन्होंने हाल ही मे टेस्ट मैच खेला। इन 14 सालों के अंतराल में उन्हे सिर्फ 23 टेस्ट मैच ही खेलने का मौका मिला। कुछ बल्लेबाज ऐसे होते हैं जो टीम में कहीं भी फिट हो जाते हैं। टीम की जरुरत के हिसाब से वो कहीं भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। उनके पास कोई नंबर नही होता जिसे वे कह सकें कि ये मेरा बल्लेबाजी क्रम है। हालात के हिसाब से उनका रोल भी चेंज होता रहता है। दशकों से पार्थिव पटेल भी भारतीय टीम के लिए ऐसे ही खिलाड़ी रहे हैं। हालांकि पटेल दूसरे तरह के फ्लोटर हैं। उनके बल्लेबाजी क्रम में ज्यादा बदलाव नहीं होता है बल्कि टीम के जरुरत के हिसाब से वो अंदर-बाहर होते रहते हैं। जब टीम के नियमित विकेटकीपर नहीं उपलब्ध होते हैं तब पार्थिव पटेल को याद किया जाता है। पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली टेस्ट में उन्हे चोटिल रिद्धिमान साहा की जगह टेस्ट टीम मे शामिल किया गया। करीब 8 साल के लंबे गैप के बाद उन्होंने टेस्ट टीम में वापसी की। इसलिए उनके लिए ये काफी खास मैच था और उन्होंने दोनों ही पारियो में अच्छा प्रदर्शन किया। अगले 2 टेस्ट मैचो में भी उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया और सीरीज में 65 की औसत से 195 रन बनाए।