वीवीएस लक्ष्मण (मई 2006) : 'निश्चित तौर पर मैं वनडे टीम में चुना जाउंगा। मैं मौके को पूरा फायदा उठाने की कोशिश करुंगा।' पिछला वनडे मैच: 7 अगस्त 2005 वनडे टीम में वापसी: 3 दिसंबर 2006 टीम में वापसी: एक साल बाद लगभग एक दशक तक सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और अनिल कुंबले जैसे खिलाड़ी भारतीय टीम के सबसे बड़े खिलाड़ी रहे। हालांकि वीवीएस लक्ष्मण का स्टारडम बाकी खिलाड़ियों के आगे दबकर रह गया क्योंकि वो वनडे क्रिकेट में अपनी छाप नहीं छोड़ पाए। टेस्ट क्रिकेट में द्रविड़ और लक्ष्मण को काफी कलात्मक बल्लेबाज माना जाता था लेकिन वनडे मैचो में इन खिलाड़ियों को थोड़ी परेशानी होती थी। हालांकि द्रविड़ ने वनडे मैचो में खुद को बखूबी ढाल लिया लेकिन लक्ष्मण ऐसा नहीं कर सके। लक्ष्मण का मुकाबला ना केवल टीम के युवा खिलाड़ियों युवराज सिंह, मोहम्मद कैफ और दिनेश कार्तिक से था बल्कि टेस्ट क्रिकेट के उनके परफेक्ट जोड़ीदार राहुल द्रविड़ से भी था। 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद लक्ष्मण को वनडे टीम से बाहर कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने कुछ वनडे मैचो में हिस्सा जरुर लिया लेकिन टीम से उन्हे जल्द ही बाहर होना पड़ा। इसके बाद जब साउथ अफ्रीका दौरे पर कप्तान द्रविड़ आखिर के 2 वनडे के लिए उपलब्ध नहीं थे तब उन्हें उनकी जगह टीम में शामिल किया गया। BCCI ने उन्हें द्रविड़ का रिप्लेसमेंट बताया। उन्हे लगभग 15 दिन पहले ही साउथ अफ्रीका के लिए फ्लाइट लेनी पड़ी क्योंकि टेस्ट टीम में वो पहले से ही थे। चौथे वनडे मैच में उन्हे खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन आखिरी मैच में वसीम जाफर की जगह उन्हे टीम में चुना गया। भारतीय टीम तब तक सीरीज हार चुकी थी लेकिन आखिरी मैच जीतकर वो व्हाइटवॉश से बचना चाहती थी। लक्ष्मण के पास ये बढ़िया मौका था कि वो चयनकर्ताओं को बता सकें कि उनके अंदर भी वनडे क्रिकेट खेलने की काफी क्षमता है। लेकिन ऐसा हो नहीं सका दूसरी ही गेंद पर वो बिना खाता खोले आउट हो गए। भारतीय टीम ये मैच 9 विकेट से हार गई। उनका कमबैक मैच उनके करियर का आखिरी वनडे मैच साबित हुआ।