कई बार कई महान क्रिकेट खिलाड़ी ऐसी हरकत करते हुए पाए जाते हैं जो उनके फ़ैस के लिए नाउम्मीदी का सबब बनती है। कई बार व्यवहार के मामले में कई बेहतरीन खिलाड़ी बुरे साबित हो जाते हैं। क्रिकेट एक ऐसा खेल हो जो कड़े नियम कानून के बीच खेला जाता है। चूंकि इसे जेंटलमैन गेम कहा जाता है, तो ऐसे में खिलाड़ियों से अच्छे बर्ताव की उम्मीद भी की जाती है। लेकिन कई मौक़े ऐसे भी आए हैं जब इस जेंटलमैन गेम में खिलाड़ियों ने भद्र पुरुषों जैसा व्यवहार नहीं किया है। अपनी हरकतों से कई खिलाड़ियों ने न सिर्फ़ ख़ुद को नहीं बल्कि क्रिकेट को भी बदनाम किया है। कई बर्ताव तो खेल भावनाओं के ख़िलाफ़ भी रहे हैं, हम यहां उन 5 महान खिलाड़ियों की वाहियात हरकतों के बारे में बता रहें जिसने सुर्ख़ियां हासिल कीं थीं।
#5 डेनिस लिली ने एल्युमीनियम बल्ले का इस्तेमाल किया था
डेनिस लिली एक शानदार, धाकड़, ज़बरदस्त और विवादित खिलाड़ी थी, लेकिन उनकी पहचान एक मैच विनर के तौर पर की जाती है, फिर भी वो एक अच्छे बल्लेबाज़ कतई न थे। साल 1979 में पर्थ के वाका मैदान में वो इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैदान में एल्युमीनियम बैट ले कर आ गए थे। लिली ने इससे पहले वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ ऐसे बल्ले का इस्तेमाल किया था जिसे ‘कॉमबैट’ का नाम दिया था। इंग्लैंड के कप्तान माइक ब्रियरली ने इसका विरोध किया और अंपायर से शिकायत करते हुए कहा कि ये बल्ला नई गेंद को नुक़सान पहुंचा रहा है। काफ़ी ड्रामे के बाद लिली को ये बल्ला बदलना पड़ा। लिली ने गुस्से में अपना एल्युमीनियम बैट फेंक दिया था। कंगारू कप्तान ग्रेग चैपल ने बल्ला बदलने में मदद की थी।
#4 अंडरआर्म बॉलिंग
साल 1981 में बेंसन एंड हेजेज़ वर्ल्ड सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड का मुक़ाबला जारी था। कीवी टीम को जीत के लिए 6 रन की ज़रूरत थी। कंगारू टीम के कप्तान ग्रेग चैपल ने अपने छोटे भाई ट्रेवर चैपल को अंडरआर्म गेंद फेंकने की सलाह दी। हांलाकि ये नियम के ख़िलाफ़ था, फिर भी ऐसा किया गया। इस हरकत की हर तरफ़ अलोचनाएं हुईं। आईसीसी ने इस हरकत को खेल भावनाओं के ख़िलाफ़ बताया था।
#3 स्टीव स्मिथ ने ग़लत तरीके से DRS की कोशिश की
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच साल 2016-17 की टेस्ट सीरीज़ ड्रामे से भरी रही रही। पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया ने पुणे में जीता, और बैंगलौर में खेले गए दूसरे टेस्ट में भी टीम इंडिया पहली पारी के बाद बैकफ़ुट पर आ गई थी। भारतीय टीम ने पहली पारी में 189 रन बनाए थे जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 276 रन बना लिए। अब विराट कोहली की टीम पर मैच बचाने की ज़िम्मेदारी आई। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ जीत के लिए 188 रन लक्ष्य रखा। इशांत शर्मा ने दूसरी पारी में पहला विकेट हासिल किया, फिर कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ बल्लेबाज़ी करने आए है, लेकिन वो भी आउट हो गए। स्मिथ ने DRS लेने के लिए ड्रेसिंग रुम की तरफ़ इशारा किया और बाक़ी कंगारु खिलाड़ियों से राय मांगी। विराट कोहली ने इसका कड़ा विरोध जताया, फिर अंपायर ने स्मिथ से मैदान छोड़ने को कहा। स्मिथ ने मैच के बाद अपनी इस हरकत के लिए खेद जताया।
#2 सुनिल गावस्कार का गुस्से में मैदान छोड़ना
साल 1981 में टीम इंडिया के कप्तान सुनील गावस्कर के लिए कोई कामयाब टेस्ट सीरीज़ नहीं हुई थी। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में जब वो 70 रन पर खेल रहे थे, तभी वो डेनिस लिली की गेंद पर LBW आउट हो गए। सुनील गवास्कर ने अंपयार रेक्स व्हाइटहेड से कहा कि गेंद पहले बैट पर लगी थी, लेकिन अंपयार अपने फ़ैसले पर अडिग रहे। जिसकी वजह से गावस्कर नाराज़ हो गए। गावस्कार ने अपने सहयोगी बल्लेबाज़ को साथ लेकर मैदान से बाहर चले गए। ऐसे में टीम इंडिया के मैनेजर शाहिद दुर्रानी ने बाउंड्री के पास गावस्कर से बात की और इसके बाद चेतन चौहान वापस बल्लेबाज़ी करने पिच पर लौट गए।
#1 सैंडपेपर के ज़रिए बॉल टैंपरिंग
या तो ये ऑस्ट्रेलियाई टीम की फ़ितरत है या बदकिस्मती, ये टीम हमेशा कानून को तोड़ते हुए नज़र आती है। साल 2018 में कंगारू टीम के गेंदबाज़ कैमरन बैनक्राफ़्ट दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच के दौरान अजीब-ओ-ग़रीब हरकत करते हुए पाए गए। वो सैंड पेपर से गेंद को रगड़ रहे थे जिससे रिवर्स स्विंग करने में आसानी हो। ये हरकत कैमरे में क़ैद हो गई। इसके बाद कप्तान स्टीवन स्मिथ ने इस साज़िश को स्वीकार किया। इस घटना ने क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा दिया। अंत में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने डेविड वॉर्नर और स्टीवन स्मिथ पर 1 साल का और कैमरन बैनक्राफ़्ट पर 9 महीने का प्रतिबंध लगा दिया। इसके बाद बीसीसीआई ने भी स्मिथ और वॉर्नर को आईपीएल के 11वें सीज़न से बाहर कर दिया। लेखक- रूद्र अनुवादक – शारिक़ुल होदा