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इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम टेस्ट मैच में दाएं हाथ के बल्लेबाज हनुमा विहारी ने टेस्ट डेब्यू किया। उन्हें हार्दिक पांड्या के जगह टीम में मौका मिला। पहली पारी में उन्होंने 56 रनों की पारी नही खेली, लेकिन क्या कोहली का यह फैसला सही था?
सीरीज के पहले मैच से अपनी बारी का इंतजार कर रहे करुण नायर को उन्होंने एक बार फिर नजरंदाज कर दिया। टेस्ट में तिहरा शतक बना चुके नायर टीम की पहली पसंद थे और इसी वजह से वह पहले टेस्ट से टीम के साथ हैं। हनुमा विहारी को तीसरे टेस्ट के बाद टीम में शामिल किया गया और नायर से पहले खेलने का भी मौका मिल गया। कोहली का यह फैसला नायर जैसे खिलाड़ी के साथ नाइंसाफी ही हैं। कई पूर्व खिलाड़ियों ने इसपर खुल कर कोहली का विरोध किया है।
लेखक: शंकर नारायण, अनुवादक: ऋषि
Edited by Staff Editor