क्रिकेट में फील्डिंग, पावरप्ले, रन-आउट, एलबीडबल्यू और ना जाने कितने प्रकार के नियम हैं। यहाँ दिन-प्रतिदिन ऐसे नियम आते हैं जिसे फैंस बड़ी मुश्किल से समझ पाते हैं। आइये नज़र डालते हैं ऐसे ही कुछ नियमों पर-
#1 कौन सी बॉल वाइड है और कौन सी नही
क्रिकेट का सबसे आसान और मुश्किल नियम है वाइड। उधारण के लिए बल्लेबाज़ अगर विकेट से एक या दो कदम आगे आजाए, और बॉल अगर लाइन से बाहर भी चली जाए तो इसे वाइड नहीं दिया जाता है। आजकल क्रिकेट अलग-अलग तरीके से खेला जा रहा है। उसमें बल्लेबाज़ रिवर्स शॉट मारते हैं, जिसमें सीधे हाथ का बल्लेबाज़ उल्टा खेलते हुए शॉट खेलता है तो अगर वो बॉल लेग में बाहर होने के बाद भी वाइड नहीं दी जाती है। आजकल क्रिकेट में अंपायर होना आसान नहीं है।
#2 LBW का निर्णय
यह नियम क्रिकेट का सबसे विवादित नियम है, या यूं कहें की लोगों को इसके बारे कुछ साफ-साफ पता नहीं चल पाता है। यहाँ तक उन लोगों को भी इस नियम के बारे में पूरी तरह से पता नहीं है जो क्रिकेट के बड़े फोलोवर हैं। कभी-कभी ऐसा होता है की जो बॉल सीधे विकेट पर लगने वाली होती है उसे भी आउट नहीं दिया जाता है। शुरुआती दिनो में, आउट तभी दिया जाता था जब बॉल विकेट वाली लाइन पे टप्पा खाती थी। फिर बाद में नियम आया जिसके अनुसार विकेट की लाइन से बाहर लागने पर भी आउट दिया गया। आजकल तो काफी तकनीक का भी प्रयोग हो रहा है, लेकिन किसी को भी इस नियम के बारे में स्थिति साफ नहीं है। और क्रिकेट के नए फोलोवर को यह नियम समझाना लगभग नामुमकिन है।
#3 बाउंड्री की रस्सी
टी-20 के आने से बाउंड्री दिन-प्रतिदिन छोटी होती जा रही हैं। अगर आजकल आप किसी बॉलर से बात करेंगे तो वो आपको बताएँगे की आजकल बॉलिंग करना कितना मुश्किल है। क्रिकेट में कोई निश्चित बाउंड्री नहीं होती है, और विज्ञापन के बोर्ड और पास आ रहे हैं। चौक्का देने के दो नियम हैं: 1) बॉल या तो बाउंड्री को टच करे 2)बॉल पकड़ते हुए फील्डर का शरीर बाउंड्री को छु रहा हो इसका मतलब है की अगर बॉल सीधे रस्सी पे लगे तो उसे छक्का दिया जाता है। लेकिन आपने कई बार देखा होगा की कभी-कभी फील्डर डाइव मारते हुए बाउंड्री को पीछे खीच लेता है, और फिर इसे चौक्का नहीं दिया जाता है। इस नियम का सबसे कन्फ़्यूज़िग हिस्सा ये है की अगर किसी फील्डर ने बाउंड्री पीछे कर दी, और बॉल उसी लाइन पर गिरती है तो उसे चौक्का दिया जाता है छक्का नहीं। यह भी अपने आप में एक अजीब सा नियम है।
#4 डकवर्थ-लुईस नियम
क्या इस दुनिया में कोई भी ऐसा क्रिकेट फैन है जो डकवर्थ-लुईस नियम को पूरी तरह से समझने का दावा करता हो? इस नियम का सबसे विवादास्पद मैच है आईपीएल में हुआ सनराइज़र्स और डेयरडेविल्स के बीच हुआ मैच। इस मैच में दिल्ली ने 20 ओवर में 140 बनाए थे, और इस नियम के बाद सनराइज़र्स को टार्गेट मिला मात्र एक रन प्रति बॉल। मैच में यह नियम लगने के बाद बल्लेबाज़ को हर बॉल के बाद मैच की संभावनाओ के बारे में बताना पड़ता है। लेकिन सबके दिमाग में इस नियम को लेकर भ्रम बना ही रहता है।
#5 नैट रन रेट
पिछले सीज़न आईपीएल में मुंबई इंडियंस प्ले-ऑफ में जिस तरह से पहुंचा वो कई लोगों को समझ नहीं आया। दरअसल वो बस कुछ निश्चित रन बनाकर ही नॉक-आउट में पहुँच गए थे। कभी-कभी आपने ऐसा भी देखा होगा की किसी मैच में टीम टार्गेट का पीछा नहीं करती वो बस एक निश्चित स्कोर बनाकर आगे के राउंड में पहुँच जाती है। रनों का पीछा करते हुए हुए अगर किसी टीम को जीतने के लिए 1 रन चाहिए और बल्लेबाज़ भागकर एक रन लेले, लेकिन बाउंड्री छूने पर भी बल्लेबाज़ को 3 रन नहीं मिलते हैं। आम लोगों को रन रेट तय करने का तरीका भी समझ नहीं आता है। लेखक- प्रदीप कलामेगन, अनुवादक- नितीश उनियाल