3. रिकी पॉन्टिंग का कार्बन ग्रेफाइट बैट
साल 2005 में ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान रिकी पॉन्टिंग भी अपने बल्ले को लेकर काफी विवादों में रहे। पॉन्टिंग ने तब एक ऐसे बल्ले का प्रयोग किया था जिसके पीछे कॉर्बन ग्रेफाइट लगा हुआ था।
एमसीसी ने इसको लेकर आईसीसी से शिकायत की और कहा कि कॉर्बन ग्रेफाइट की वजह से बल्ले में अतिरिक्त पॉवर आ जाती है, जो बल्लेबाज के लिए काफी फायदेमंद होती है।
पॉन्टिंग के बल्ले की बारीकी से जांच करने के बाद एमसीसी ने कहा कि ऐसे बल्ले का उपयोग करना गैरकानूनी है। इसके अलावा उन्होंने दो और कोकोबर्रा बैट्स को भी नामंजूर कर दिया। ये बल्ले बीस्ट और जेनेसिस हरिकेन के थे जिनके निचले हिस्से में रंगीन ग्रेफाइट लगे हुए थे। एमसीसी ने कहा कि इससे क्रिकेट के नियमों का उल्लंघन होगा।
पॉन्टिंग ने उसी बल्ले के साथ 2004-05 में सिडनी टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था।