5 साहसिक फैसले जो भारतीय टीम के लिए मददगार साबित हुए

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जोगिंदर शर्मा को आईसीसी वर्ल्ड टी-20 2007 के फ़ाइनल में आख़िरी ओवर की ज़िम्मेदारी देना

क़रीब 11 साल पहले टीम इंडिया ने पहली बार आईसीसी वर्ल्ड टी-20 का ख़िताब जीता था। इस मैच में कप्तान धोनी का जो फ़ैसला आज भी चर्चा का विषय बना हुआ है, वो है जोगिंदर शर्मा को आख़िरी ओवर में बॉलिंग की ज़िम्मेदारी सौंपना। धोनी ने हरभजन सिंह की जगह जोगिंदर को मौका दिया। उस ओवर के बीच में ऐसा लग रहा था कि धोनी का ये फ़ैसला आत्मघाती साबित होगा, क्योंकि पाकिस्तान के मिस्बाह-उल-हक़ ने शानदार छक्का जड़ दिया। लेकिन इसके ठीक बाद मिस्बाह ने फिर छक्का मारने की कोशिश की लेकिन इस बार वो श्रीशांत के हाथों कैच थमा बैठे। भारत ने ये मैच और टूर्नामेंट चमत्कारिक ढंग से जीत लिया।