डेविड बून शानदार सलामी बल्लेबाज थे और उन्होंने अपने साथी सलामी बल्लेबाज जॉफ़ मार्श के साथ मिलकर कई मैच जिताऊ पारियां खेली है। उन्होंने अपने खेल से 80 के दशक के शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के उसके निराशाजनक प्रदर्शन से भी उभारा था।
10 दिसंबर 1991 को बेन्सन और हेजेज वर्ल्ड सीरीज के एक मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफटॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया की खतरनाक गेंदबाजी के सामने भारतीय टीम 175 रनों पर ढेर हो गयी। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह आसान लक्ष्य था और सलामी बल्लेबाज बून ने समझ बुझ भरी पारी खेली। बून ने उस मैच में 166 गेंदों पर शतक बनाकर "मैन ऑफ द मैच" हासिल किया पर यह अनचाहा रिकॉर्ड आज भी उनके नाम ही दर्ज है।