एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टीमों का 5 अनचाहा रिकॉर्ड

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एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को शुरु हुये 46 सालों से ज्यादा का समय हो चुके हैं। पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच 5 जनवरी 1971 को औस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने इस मैच में 5 विकेट से जीत हासिल की थी और एकदिवसीय क्रिकेट में पहला मैच जीतने वाली टीम बनी थी। उसके बाद से एकदिवसीय क्रिकेट में हर दिन कोई न कोई नये रिकॉर्ड बन जाता है। क्या कोई भी टीम ऑस्ट्रेलिया के हैट-ट्रिक विश्वकप जीतने के रिकॉर्ड को तोड़ सकती है? यह ऐसा रिकॉर्ड है जिस पर हर ऑस्ट्रेलियाई को गर्व हो सकता है। परन्तु, हम इस लेख में मशहूर रिकॉर्ड की बात नहीं करेंगे बल्कि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के उन टीम रिकॉर्ड की बात करेंगे जिन्हें हर टीम अपने नाम से हटाना चाहती है, क्योंकि ये रिकॉर्ड उनकी टीम पर कलंक की तरह हैं: #1 पाकिस्तान vs इंग्लैंड 2016: एक पारी में सर्वाधिक रन देना- 444 रन 30 अगस्त 2016 को सितारों से सजी पाकिस्तान की गेंदबाजी के खिलाफ इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों का सर्वाधिक स्कोर बना दिया। पहले बल्लेबाज करते हुए मेजबान इंग्लैंड की टीम ने नॉटिंघम में खेले गये सीरीज के तीसरे मैच में 444 रन बना दिए। इससे पहले यह रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम था जिसने नीदरलैंड के खिलाफ जुलाई 2013 को अम्स्तव्लीन में 443 रन बनाया था। सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स ने 122 गेंदों में 171 रनों की पारी खेली जिसमें 22 चौके और 4 छक्के शामिल थे। पाकिस्तान की तरफ से तेज गेंदबाज वहाब रियाज के लिए यह मैच किसी बुरे सपने से कम नहीं था क्योंकि उनके 10 ओवर में 110 रन बने। इस मैच के बाद वहाब रियाज एकदिवसीय मैच की एक पारी में सर्वाधिक रन देने वाले गेंदबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर पहुँच गये। उनके अलावा मोहम्मद आमिर और हसन अली को भी काफी रन पड़े। इंग्लैंड की तरफ से जो रूट, जोस बटलर और कप्तान इयान मॉर्गन ने भी तेजतर्रार अर्धशतकीय पारियां खेली। पाकिस्तान के लिए इसे पार करना नामुमकिन जैसा ही था और पूरी पाक टीम 275 रनों पर आउट हो गयी। #2 श्रीलंका vs न्यूज़ीलैंड 2015: 250 गेंदों से मैच हारना New Zealand v Sri Lanka - Game 2 श्रीलंका की टीम ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में हुए दूसरे मैच में खुद के पांव पर कुल्हाड़ी मारने का काम किया। श्रीलंका ने टॉस जीतकर नमी वाली पिच पर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। जहाँ न्यूज़ीलैंड की सटीक गेंदबाजी के सामने पूरी श्रीलंकाई टीम 27.4 ओवरों में 117 रनों पर आउट हो गयी। श्रीलंका की टीम यहीं नहीं रुकी, उन्होंने पहली ही गेंद पर मार्टिन गप्टिल का कैच छोड़ दिया। श्रीलंका की टीम को इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ा जब गप्टिल ने कीवी टीम के तरफ से सबसे तेज 17 गेंदों में अर्धशतक बना डाला, जिसमें चार चौके और 4 ही छक्के शामिल थे। गप्टिल यही नहीं रुके और उन्होंने 30 गेंदों पर 90 रनों की पारी खेल डाली और न्यूज़ीलैंड ने लक्ष्य को मात्र 8.2 ओवरों में बिना विकेट खोये हासिल कर लिया। #3 श्रीलंका vs दक्षिण अफ्रीका, 2012: लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे कम स्कोर पर ऑलआउट- 43 रन 141206 यह एक और ऐसा रिकॉर्ड है जिसे श्रीलंका की टीम टूटते देखना पसंद करेगी। 50 ओवरों में मिले 302 रनों का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम 20.1 ओवरों में मात्र 43 रनों पर ऑल आउट हो गयी। उनके 4 बल्लेबाज तो खाता भी नहीं खोल पाये जबकि सिर्फ एक बल्लेबाज ने ही दहाई का आंकड़ा पार किया वो भी निचले क्रम पर बल्लेबाजी करने वाले कोसाला कुलसेकरा, जिन्होंने 19 रन बनाये। इस पारी में श्रीलंका की टीम ने 2 अनचाहे रिकॉर्ड बना डाले। पहला लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे कम स्कोर पर ऑल आउट हो जाना और दूसरा किसी भी स्थापित टीम की रनों के अंतर से सबसे बड़ी हार का। श्रीलंका की टीम यह मैच 258 रनों से हार गयी। कई टीमें इससे ज्यादा अंतर से भी हारी हैं लेकिन श्रीलंका का दर्जा उनसे कहीं ऊँचा है। #4 पाकिस्तान vs भारत, 2004: पारी में सर्वाधिक नो-बॉल, 20 3080946 पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों ने उम्मीदों से हट के एक करीबी मुकाबले में 20 नो-बॉल फेकीं। इसका नतीजा यह हुआ कि इस मुकाबले में पाकिस्तान को भारत के हाथों मात्र 5 रनों से हार का सामना करना पड़ा। अगर पाक गेंदबाज इतनी नो-बॉल नहीं फेंकते तो उनकी टीम बड़े लक्ष्य को हासिल कर लेती। पाकिस्तान के शुरूआती क्रम के गेंदबाज शोएब अख्तर और मोहम्मद समी ने मैच के पहले 20 गेंदों में ही 5 नो-बॉल फेंक दिए। जिसकी वजह से भारतीय टीम को दबाव से उभरने का मौका मिल गया। हालात और खराब हो गये जब 11वें ओवर में तेज गेंदबाज राणा नावेद-उल-हसन को गेंदबाजी पर लाया गया। उन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट के सबसे खराब ओवरों में से एक डाला जहाँ उन्होंने 5 नो-बॉल सहित कुल 24 रन दे डाले। वह ओवर इस प्रकार घटा: 5nb, 5nb, 1nb, 0, 5nb, 1nb, 4, 2, 0, 0, 1 अंत में पाकिस्तान यह मैच मात्र 5 रनों से हार गया और भारतीय टीम ने सिर्फ 2 नो-बॉल फेंकीं। #5 वेस्टइंडीज vs पाकिस्तान- पारी में सर्वाधिक वाइड गेंद, 37 1_1504253142_1504262 7 जनवरी, 1989 को बेंसन एंड हेजेज वर्ल्ड सीरीज के 9वें मैच में वेस्टइंडीज की टीम ने क्रिकेट इतिहास की सबसे खराब गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए कुल 59 अतरिक्त रन दिए जिसमें 37 वाइड शामिल थी। वेस्टइंडीज की उस समय की गेंदबाजी को देखते हुए यह आंकड़ा काफी चौंकाने वाला है क्योंकि उस टीम में मार्शल, एम्ब्रोस और इयान बिशप जैसे दिग्गज तेज गेंदबाज थे। इस रिकॉर्ड को बने लगभग 28 साल हो चुके हैं लेकिन आज तक यह बरकरार है। पाकिस्तान की उस पारी में सिर्फ 2 बल्लेबाजों ने ही अतरिक्त से ज्यादा रन बनाये। अगर वेस्टइंडीज ने सटीक गेंदबाजी की होती तो पाकिस्तान का स्कोर 200 से ऊपर भी नहीं पहुंच पाता। पाकिस्तान की टीम ने 50 ओवरों में 258 रन बनाये और वेस्टइंडीज के सामने 259 रनों का लक्ष्य रखा। जिसका पीछा करते हुए पूरी वेस्टइंडीज की टीम 40 ओवरों में 203 रनों पर ऑल आउट हो गयी और उसे 55 रनों से हार का सामना करना पड़ा। अगर, वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने इस मैच में इतने अतरिक्त रन नहीं दिए होते तो मैच का नतीजा कुछ और भी हो सकता था।