फिलिप ह्यूज एक युवा और प्रतिभाशाली बल्लेबाज थे और उन्हें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का भविष्य माना जाता था। जूनियर स्तर पर करियर की शानदार शुरुआत के बाद ह्यूज ने सीनियर क्रिकेट में भी अपना वहीं फॉर्म दिखाया। उन्होंने अपने पहले वन डे में शतक जड़ने के साथ-साथ अपनी पहली तीन टेस्ट पारियों में 50+ के स्कोर बनाए। हालांकि इसके बाद उनका फॉर्म थोड़ा खराब हो गया, लेकिन फिर भी वह ऑस्ट्रेलिया के भविष्य की योजनाओं का एक हिस्सा थे। लेकिन शेफील्ड शील्ड के एक मैच में न्यू साउथ वेल्स की तरफ से खेलते हुए सिर्फ उनके भविष्य पर ही नहीं बल्कि जीवन पर भी रोक लग गया। वह जब 63 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तभी सीन एबॉट का एक बाउंसर उनके सिर पर लगा और वह पिच पर ही गिर पड़े। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दो दिन कोमा में रहने के बाद उनकी मृत्यु हो गई। इस तरह एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर का दु:खद अंत हो गया। नि:संदेह यह क्रिकेट की दुनिया का सबसे मार्मिक और भावुक पल था। लेखक: राहुल खत्री अनुवादक: सागर