IPL में कोलकाता नाइट राइडर्स के अब तक के 5 सबसे महंगे खिलाड़ी

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आईपीएल के पहले 3 सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम कभी भी नॉकआउट में नहीं पहुंच सकी। यही वजह रही की 2011 में जब खिलाड़ियों की नीलामी हुई तो कोलकाता की टीम ने पहले 3 सीजन के खिलाड़ियों रिटेन नहीं किया। 2011 की नीलामी में कोलकाता फ्रेंचाइजी ने 40 करोड़ रुपए से भी ज्यादा खर्च कर 12 नए खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया। टीम मैनेजमेंट ने दिल खोलकर पैसा खर्च किया और अभी तक कर रही है। टीम में 2011 में कई नामी-गिरामी चेहरों को शामिल किया गया। यही वजह रही कि कोलकाता की टीम टाइटल जीतने में सफल रही। 2015 में भी यही हालात हैं। ज्यादातर देखा गया है कि कोलकाता की टीम उन खिलाड़ियों पर ज्यादा भरोसा जताती है जो कि टीम को बैलेंस प्रदान करते हैं। यही वजह है कि अन्य टीमों के मुकाबले कोलकाता की टीम काफी ज्यादा संतुलित दिखती है। टीम में एक तरफ जहां हार्ड हिटिंग ऑलराउंडर आंद्रे रसेल हैं तो वहीं यूसुफ पठान और रॉबिन उथप्पा जैसे बल्लेबाज भी टीम की बल्लेबाजी को गहराई प्रदान करते हैं। जबकि गौतम गंभीर टीम की बल्लेबाजी के मुख्य स्तंभ हैं। वहीं सुनील नरेन जैसा दिग्गज स्पिनर भी कोलकाता की टीम में चार चांद लगाता है। आइए आपको बताते हैं टीम के 5 सबसे महंगे खिलाड़ियों के बारे में 5.ब्रेंडन मैक्कलम (4.7 करोड़) आईपीएल इतिहास के पहले मैच में ब्रैंडन मैकलम ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ 158 रनों की तूफानी पारी खेलकर भूचाल ला दिया था। हालांकि अगले 2 सीजन में वो कोलकाता के लिए महज 2 बार ही 50 रन बना सके। इसके बाद तीसरे सीजन के बाद उन्हें टीम से रिलीज कर दिया गया। इसके बाद 2012 में एक बार फिर से कोलकाता की टीम ने उन्हें टीम में शामिल किया। आईपीएल के 5वें सीजन में मैकलम ने 24.08 की औसत से 289 रन बनाए। छठें संस्करण के लिए ब्रेंडन मैकलम उपलब्ध नहीं थे, इसीलिए कोलकाता की टीम ने उन्हें रिटेन नहीं किया। इसके बाद 2 सीजन उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेला। वर्तमान में वो गुजरात लॉयंस की टीम में हैं। मैकलम का आईपीएल में स्ट्राइक रेट 129.39 है जो कि काफी प्रभावशाली है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद से मैकलम ने लगभग दुनिया की सभी क्रिकेट लीग में खेला है और हर जगह उन्होंने प्रभावशाली प्रदर्शन किया है। पहली गेंद से ही मैकलम गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। 4. रॉबिन उथप्पा (4 करोड़) utthapa आईपीएल के शुरुआती संस्करण में रॉबिन उथप्पा का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। दूसरे संस्करण में आरसीबी के खिलाफ फाइनल मुकाबले में जब उनसे रनों की उम्मीद थी तब वो मात्र 15 गेंदों पर 17 रन ही बना सके। इसके बाद उन पर सवाल उठने लगे थे। लेकिन यहीं से उथप्पा ने अपने एप्रोच में बदलाव किया और आक्रामक बल्लेबाजी करने लगे। उथप्पा आईपीएल में 3 से भी ज्यादा टीमों की तरफ से खेल चुके हैं। पुणे वॉरियर्स की टीम ने तो उन्हें 9.7 करोड़ रुपए में खरीदा था। 2014 में कोलकाता की टीम ने उन्हें 5 करोड़ रुपए में खरीदा। तब से वो टीम में विकेटकीपर और ओपनिंग बल्लेबाज की भूमिका निभा रहे हैं। कोलकाता के लिए पहला सीजन खेलते हुए उन्होंने टीम को ट्रॉफी दिलाने में अहम भूमिका निभाई। आईपीएल के 7वें संस्करण में रॉबिन ने 44.00 की शानदार औसत से 660 रन बनाए। उथप्पा ने ज्यादातर मैचों में टीम को तेज शुरुआत दिलाई। लगातार अच्छे प्रदर्शन की वजह से उन्हें ' मिस्टर कनसिस्टेंट' के नाम से भी पुकारा जाने लगा। यहां आपको ये भी बता दें कि उथप्पा के नाम 10 लगातार टी-20 मैचों में 40 से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। 3. जैक कैलिस (5.5 करोड़) jk जैक कैलिस क्रिकेट जगत के सबसे महान ऑलराउंडरों में से एक हैं। एक ऑलराउंडर के रुप में उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में कई उपलब्धियों को हासिल किया। कैलिस ने जब अपना आईपीएल डेब्यू किया तब उनकी उम्र 30 साल थी। फिर भी 2009 के सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु की तरफ से खेलते हुए उन्होंने शानदार खेल दिखाया। तीसरे संस्करण के बाद आरसीबी ने उन्हें रिलीज कर दिया। जिसके बाद कोलकाता की टीम ने उन्हें 5.5 करोड़ रुपए में खरीदा। 2011-13 सीजन तक कैलिस ने कोलकाता की तरफ से खेला। 2012 के आईपीएल सीजन ंमें कैलिस ने 15 कोलकाता की तरफ से खेलते हुए 15 विकेट झटके। कोलकाता ने अपना पहला आईपीएल सीजन भी इसी संस्करण में जीता। 'राइट टू मैच कार्ड' का प्रयोग करते हुए कोलकाता की टीम ने उन्हें फिर से टीम में शामिल किया, क्योंकि नीलामी से ठीक पहले उन्हें रिलीज कर दिया गया था। उस सीजन में कैलिस ने 26.62 की औसत से 1295 रन बनाए। हालांकि आंद्रे रसेल जैसे युवा ऑलराउंडरों के टीम में आने की वजह से उनकी टीम में जगह कम होती गई। आईपीएल के 7वें संस्करण के बाद कैलिस ने संन्यास ले लिया और अभी वो केकेआर की टीम के मुख्य कोच हैं। 2. यूसुफ पठान (9.7 करोड़) yp-1486202299-800 आईपीएल के पहले सीजन में यूसुफ पठान ने राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए शानदार बल्लेबाजी की। यूसुफ पठान ने 179.01 की शानदार औसत से 435 रन बनाए। 2011 के आईपीएल सीजन में उन्होंने आईपीएल इतिहास का सबसे तेज शतक लगाया। उस मैच में उन्होंने मुंबई इंडियंस के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ते हुए अपनी टीम को लगभग जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था। लेकिन हैरान करने वाली बात ये रही कि अगले सीजन में राजस्थान की टीम ने उन्हें रिटेन नहीं किया, बस फिर क्या था कोलकाता की टीम ने यूसुफ को 9.7 करोड़ की भारी-भरकम रकम के साथ अपनी टीम में शामिल कर लिया। तब से लेकर अब तक पठान केकेआर की टीम का रेगुलर हिस्सा हैं। वो टीम में फिनिशर की भूमिका निभाते हैं और अपनी तेज तर्रार बल्लेबाजी से टीम की रन गति को तेजी प्रदान करते हैं। वहीं अपनी ऑफ स्पिन से टीम को अतिरिक्त गेंदबाज का विकल्प भी प्रदान करते हैं। पिछले सीजन में भी उन्होंने टीम के लिए कई उपयोगी पारिया खेली। यूसुफ ने लगभग हर सीजन में 330 से ज्यादा रन बनाए। पठान का आईपीएल में औसत 30.67 है जबकि उनका स्ट्राइक रेट 146.78 है। वहीं आईपीएल में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में वो छठे नंबर पर हैं। 1.गौतम गंभीर (11.4 करोड़) gg-1486202852-800 गौतम गंभीर ने आईपीएल में शुरुआती 3 सीजन दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम की तरफ से खेला। इसके बाद दिल्ली की टीम ने उन्हें रिलीज कर दिया। जिसके बाद उन्हें टीम में शामिल करने के लिए कोलकाता, पुणे और मुंबई की फ्रेंजाईजीज के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला। अंत में केकेआर की टीम ने 11.4 करोड़ की भारी भरकम बोली लगाकर गंभीर को अपनी टीम में शामिल कर लिया। गंभीर अब केकेआर की टीम के बल्लेबाजी स्तंभ हैं। 2012 में उन्होंने टीम की कप्तानी की और अपनी कप्तानी में उन्होंने केकेआर को पहला आईपीएल खिताब दिलाया। गंभीर के नेतृत्व में कोलकाता की टीम ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। 3 साल में गंभीर ने टीम को 2 आईपीएल खिताब दिलाया। आईपीएल में गंभीर ने 30.79 की औसत से रन भी बनाए हैं। गंभीर के नाम आईपीएल में सबसे ज्यादा चौके मारने का रिकॉर्ड है। वो अब तक आईपीएल में 422 चौके लगा चुके हैं। हीं कोलकाता की तरफ से उन्होंने अकेले 2847 रन बनाए हैं। जब भी टीम मुश्किल हालात में आई तब गंभीर ने आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व किया और टीम को संकट से बाहर निकाला। गंभीर की कप्तानी में केकेआर की टीम ने ऐसी मुश्किल परिस्थिति में आईपीएल का खिताब जीता जब महज एक हार से ही टीम के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बिखर जाती। गंभीर आईपीएल में केकेआर के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक हैं और वो हमेशा अपनी टीम मैनेजमेंट के भरोसे पर खरे उतरे हैं।