आईपीएल के शुरुआती संस्करण में रॉबिन उथप्पा का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। दूसरे संस्करण में आरसीबी के खिलाफ फाइनल मुकाबले में जब उनसे रनों की उम्मीद थी तब वो मात्र 15 गेंदों पर 17 रन ही बना सके। इसके बाद उन पर सवाल उठने लगे थे। लेकिन यहीं से उथप्पा ने अपने एप्रोच में बदलाव किया और आक्रामक बल्लेबाजी करने लगे। उथप्पा आईपीएल में 3 से भी ज्यादा टीमों की तरफ से खेल चुके हैं। पुणे वॉरियर्स की टीम ने तो उन्हें 9.7 करोड़ रुपए में खरीदा था। 2014 में कोलकाता की टीम ने उन्हें 5 करोड़ रुपए में खरीदा। तब से वो टीम में विकेटकीपर और ओपनिंग बल्लेबाज की भूमिका निभा रहे हैं। कोलकाता के लिए पहला सीजन खेलते हुए उन्होंने टीम को ट्रॉफी दिलाने में अहम भूमिका निभाई। आईपीएल के 7वें संस्करण में रॉबिन ने 44.00 की शानदार औसत से 660 रन बनाए। उथप्पा ने ज्यादातर मैचों में टीम को तेज शुरुआत दिलाई। लगातार अच्छे प्रदर्शन की वजह से उन्हें ' मिस्टर कनसिस्टेंट' के नाम से भी पुकारा जाने लगा। यहां आपको ये भी बता दें कि उथप्पा के नाम 10 लगातार टी-20 मैचों में 40 से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है।