भारत बनाम पाकिस्तान - एक ऐसी प्रतिद्वंद्विता जिसने खुद को खेल की सीमाओं तक ही सीमित नहीं किया बल्कि यह हर क्षेत्र में फैली हुई है चाहे वो, राजनीति हो, साहित्य हो या कला क्षेत्र हो। नतीजतन, जब यह दोनों टीमें मैदान में उतरती हैं उनके लिए हर मैच 'करो या मरो' जैसा होता है। दोनों टीमों के खिलाड़ियों पर हर हाल में जीत दर्ज करने का दवाब होता है। ऐसे में मैच के दौरान कई क्षण ऐसे आते हैं जब खिलाड़ी एक दूसरे से भिड़ जाते हैं और मैदान में स्थिति और ज़्यादा तनावपूर्ण हो जाती है। तो बिना किसी देरी के आइये जानते हैं भारत-पाकिस्तान की टीमों के बीच मैच के दौरान हुई 5 झड़पें।
गौतम गंभीर बनाम कामरान अकमल
भारत के सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर और पाकिस्तान के विकेटकीपर कामरान अकमल के बीच 2010 के एशिया कप में डंबुला में खेले गए वनडे मैच के दौरान कहा-सुनी हुई थी। टूर्नामेंट के फाइनल में भारत को जीत के लिए 268 रनों के लक्ष्य का पीछा करना था लेकिन मैच के नतीजे से ज़्यादा इन दोनों खिलाड़ियों के बीच झड़प ने ज़्यादा सुर्खियां बटोरीं। दरअसल, कामरान अकमल की निरंतर असफल अपीलों की वजह से गंभीर को गुस्सा आ गया और ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान दोनों खिलाड़ियों के बीच कहा-सुनी हो गयी। फिर भी, ऑन-फील्ड अंपायरों और कप्तान धोनी ने बीच-बचाव किया। बाद में, एक चैट शो में गंभीर ने इस घटना का उल्लेख करते हुए बताया "मैच के दौरान कई ऐसे पल आते हैं जब हम अपना आपा खो देते हैं। ज़ाहिर सी बात है भारत और पाकिस्तान के बीच मैच के दौरान दोनों टीमों पर हर हाल में जीतने का दवाब होता है। " "अच्छा या बुरा हमारे बीच जो भी झड़प हुई वो ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान हुई थी लेकिन नियो चैनल ने ब्रेक के दौरान विज्ञापन दिखाने के बजाय, हमारी कहा-सुनी पर फोकस किया।"
कामरान अकमल बनाम इशांत शर्मा
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ इशांत शर्मा और पाकिस्तानी विकेटकीपर कामरान अकमल के बीच बैंगलोर में खेले गए टी -20 मैच में कहा-सुनी हुयी थी। इस मैच में भारतीय टीम द्वारा दिए लक्ष्य का पाकिस्तानी टीम पीछा कर रही थी। मैच के 18 वें ओवर में ईशांत शर्मा की गेंद पर कामरान अकमल को आउट नहीं दिया गया क्यूंकि गेंद नो-बॉल थी, लेकिन उसकी अगली गेंद में फिर से ईशांत ने कामरान को छकाया और वह आउट होते होते बचे। नतीजतन, दोनों खिलाड़ियों के बीच शब्दों का आदान-प्रदान हुआ लेकिन ज़ल्द ही इसने झड़प का रूप ले लिया जब दोनों खिलाड़ी एक दूसरे से कुछ ही इंच के फैसले पर आ गए। दोनों अंपायरों और खिलाड़ियों ने बीच-बचाव करते हुए दोनों को अलग किआ। बाद में, कामरान अकमल और ईशांत शर्मा दोनों को क्रमशः 5% और 15% अपनी मैच फीस से जुर्माना भुगतना पड़ा।
वेंकटेश प्रसाद बनाम आमिर सोहेल
1996 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल चरण में भारत और पाकिस्तान के बीच एक हाई उच्च वोल्टेज मुकाबले में, भारतीय तेज़ गेंदबाज़ वेंकटेश प्रसाद और आमिर सोहेल के बीच कहा-सुनी हुई। सोहेल उस मैच में अच्छी फॉर्म में नज़र आ रहे थे और अर्धशतक लगा चुके थे लेकिन मैच के दौरान उन्होंने वेंकटेश प्रसाद को लगरर दो चौके लगाए और फिर अपने हाथों से सीमा-रेखा की इशारा करके हुए प्रसाद की तरफ ऊँगली की। लेकिन अगली ही गेंद में उनका सारा घमंड चूर-चूर हो गया जब वेंकटेश प्रसाद ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। हालांकि बोल्ड होने के बाद भी आमिर सोहेल को शर्म आयी हो इसमें संदेह है।
गौतम गंभीर बनाम शाहिद अफरीदी
2007 में कानपुर में तीसरे एक दिवसीय मैच में, भारत को पाकि टीम के खिलाड़ियों के बीच एक और झड़प देखने को मिली। इस बार खिलाड़ी थे गौतम गंभीर और शाहिद अफरीदी। मैच के दौरान बल्लेबाज़ी करते हुए गंभीर एक रन लेने के लिए दौड़े लेकिन अफरीदी पिच के बीचो-बीच आ गए जिस से दोनों खिलाड़ियों की झड़प हो गयी और दोनों के बीच काफी कहा-सुनी भी हुयी। अंपायर इयान गूल्ड को अफरीदी और गंभीर की झड़प में मध्यस्थता कर बीच -बचाव करना पड़ा।
जावेद मियांदाद बनाम किरण मोरे
भारत और पाकि खिलाड़ियों के बीच यह पाँचवीं झड़प विश्व कप 1992 में सिडनी में 4 मार्च, 1992 के दौरान हुई थी। भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पाकिस्तान को कुल 216 रनों का लक्ष्य दिया था। लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकि टीम लक्ष्य की ओर बढ़ रही थी। लेकिन भारतीय विकेटकीपर किरण मोरे, मियांदाद के खिलाफ लगातार अपीलें कर थे, जिससे मियांदाद परेशान हो गए और दोनों खिलाड़ियों के बीच कहा-सुनी हो गयी। कुछ देर बाद ओवर की समाप्ति पर मियांदाद ने तीन बार मेंढक के जैसे कूद कर किरण मोरे की नकल की।हालाँकि यह ताज्जुब की बात है कि दोनों खिलाड़ियों में से किसी पर भी ज़ुर्माना नहीं लगा।
लेखक: मुहम्मद साद अनुवादक: आशीष कुमार