भारतीय गेंदबाजों द्वारा किये गये 5 यादगार प्रदर्शन

अनिल कुंबले : पाकिस्तान के खिलाफ 26.3-9-74-10 (दिल्ली,1999)

youtube-cover

लगभग नौ साल के लम्बे अंतराल के बाद पाकिस्तानी टीम सीमा पार करके अपने पड़ोसी और कट्टर प्रतिद्वंद्वी के विरुद्ध टेस्ट सीरीज खेलने भारत आ रही थी। मेहमान टीम ने चेन्नई के पहले टेस्ट में मेजबान टीम को एक रोमांचक मुकाबले में 12 रन के नजदीकी अंतर से हरा दिया था। इस तरह दिल्ली के कोटला मैदान पर दूसरे टेस्ट मैच में उतरने से पहले भारतीय टीम पर श्रृंखला बराबर कराने का भारी दबाव था। भारत के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और स्पिन की मददगार पिच पर भारतीय टीम किसी तरह 252 रन बना पाई। अपने बेहतरीन फॉर्म को जारी रखते हुए सकलैन मुश्ताक ने इस पारी में भी पांच विकेट लिए और इस सीरीज के तीनों परियों में तीन बार पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। लेकिन इसके बाद भारतीय स्पिन जोड़ी हरभजन और कुंबले ने भी आपस में पाकिस्तान के सात विकेट बांटकर उन्हें 172 रन पर ही रोक दिया। हालांकि दूसरी पारी में भी सकलैन ने भारतीय बल्लेबाजों को अपनी ऑफ-ब्रेक गेंदबाजी से नचाया और फिर से पांच विकेट लेकर भारतीय टीम को गहरे संकट में डाल दिया। दबाव से भरे इस मैच में भारत की जीत की जिम्मेदारी अब स्पिन जोड़ी पर ही टिकी हुई थी। टीम का मुख्य गेंदबाज होने के नाते कुंबले ने इस जिम्मेदारी को अपने कंधों पर लिया और विपक्षी टीम के सभी बल्लेबाजों को अकेले ही समेट दिया। उस समय किसी ने भी यह अनुमान नहीं लगाया था कि मैच चौथे दिन ही खत्म हो जाएगा लेकिन कुंबले ने अविश्वसनीय प्रदर्शन करते हुए इसे संभव कर दिखाया। 420 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाजों सईद अनवर और शाहिद आफरीदी ने 101 रन की साझेदारी कर एक मजबूत शुरूआत दी, लेकिन इसके बाद से कुंबले ने जादू दिखाना शुरू किया। उन्होंने लगातार गेंदों पर अफरीदी और इजाज अहमद को आउट कर टीम इंडिया की मैच में वापसी कराई। इसके बाद इंजमाम-उल-हक और मोहम्मद युसुफ कुंबले के लेग स्पिन के अगले शिकार बने। धीरे-धीरे कुंबले ने एक-एक करके पाकिस्तान के सभी बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। इस तरह कुंबले ने इतिहास रच दिया था और वह जिम लेकर के बाद पारी में 10 विकेट लेने वाले दुनिया के महज दूसरे गेंदबाज बन गए थे। कुंबले ने इस दौरान 26.3-9-74-10 के आंकड़ें पेश किए और भारत ने यह मैच 212 रनों के बड़े अंतर से जीत लिया। नि:संदेह अनिल कुंबले के इस प्रदर्शन को लक्ष्मण के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 281 रन की पारी के साथ क्रिकेट के लंबे प्रारूप में भारत के लिए सबसे बेहतरीन प्रदर्शन कहा जा सकता है। मूल लेखक – संकल्प श्रीवास्तव अनुवादक - सागर

App download animated image Get the free App now