#4 नयन मोंगिया
नयन मोंगिया भारत के बेहतरीन विकेटकीपर्स में से एक माने जाते हैं। नयन मोंगिया को रिप्लेस करना काफी मुश्किल था। इस का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नयन मोंगिया के संन्यास लेने के बाद भारत को 4 साल तक टीम में स्थायी विकेटकीपर की तलाश करनी पड़ी। 1994 में किरण मोरे के बाद अगले 6 सालों तक मोंगिया भारत के विकेटकीपर के रूप में पहली पसंद थे। निचले क्रम की उनकी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग में उनके शानदार रख रखाव की तकनीक उन्हें अजहरुद्दीन की अगुवाई वाली टीम का एक अहम सदस्य बनाती थी। अपने करियर के दौरान खेले गए 44 टेस्ट मैचों की 77 पारियों में मोंगिया ने 8 स्टम्पिंग किए और 99 कैच पकड़े। इसके साथ ही उनका कुल आंकड़ा 107 शिकार पर पहुंचता है। विकेट के पीछे से माइक्रो फ़ोन में क़ैद हुई आवाज़ों में से उन्हें ''अई... गा'' सबसे अलग बनाती है।