IPL: जीत के प्रतिशत के हिसाब से अब तक के 5 सबसे क़ामयाब कप्तान

इस साल आईपीएल टीम की कप्तानी को लेकर कई नए चेहरे सामने आए हैं। रविचंद्रन अश्विन ने किंग्स-XI पंजाब टीम की ज़िम्मेदारी संभाली, दिनेश कार्तिक कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान बने और केन विलियमसन को डेविड वॉर्नर की जगह सनराइज़र्स हैदराबाद टीम की कप्तानी सौंपी गई। चेन्नई के ख़िलाफ़ केकेआर टीम में गेंदबाज़ों के इस्तेमाल को लेकर कप्तान कार्तिक की काफ़ी आलोचना हुई है। विनय कुमार को आख़िरी ओवर में बॉलिंग दी गई जो केकेआर के लिए घातक साबित हुई। हम यहां उन 5 कप्तान को लेकर चर्चा कर रहे हैं जो आईपीएल इतिहास में जीत के प्रतिशत के हिसाब से सबसे कामयाब रहे हैं। हम इस लिस्ट में सिर्फ़ उन कप्तानो को शामिल कर रहे हैं जिन्होंने कम से कम बीच मैच में कप्तानी की हो।

#5 अनिल कुंबले - 57.69%

अनिल कुंबले टीम इंडिया की तरफ़ से सबसे ज़्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले बल्लेबाज़ हैं। आईपीएल में उनकी कप्तानी में जीत का प्रतिशत 57.69 रहा है। कुंबले ने 26 मैच में आरसीबी टीम की कप्तानी की है जिसमें से 15 मैच में उनकी टीम ने जीत दर्ज की है। इस हिसाब से वो बैंगलौर टीम के सबसे सफल कप्तान साबित हुए हैं। आरसीबी के मौजूदा कप्तान विराट कहोली की जीत का प्रतिशत 46.34 है जो उनकी काबिलियत की गवाही देता है। बतौर आईपीएल खिलाड़ी भी कुंबले ने काफ़ी कामयाबी हासिल की है। उन्होंने इस टूर्नामेंट की तीसरे सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ी की है। साल 2009 में उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ 5 रन देकर 5 विकेट हासिल किए थे।

#4 महेंद्र सिंह धोनी- 58.33%

आईपीएस फ़ैंस के सबसे पसंदीदा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स के बेताज बादशाह ने अपनी टीम को कई कामयाबी से नवाज़ा है। चेन्नई टीम के 2 साल के बैन के दौरान वो राइज़िंग पुणे सुपरजायंट का हिस्सा भी रहे। उनके नाम सबसे ज़्यादा आईपीएल मैच की कप्तानी का रिकॉर्ड भी है। धोनी ने 144 आईपीएल मैच में कप्तानी की है, जो उनके हुनर को बयां करता है। 123 मैच में कप्तानी के साथ गौतम गंभीर दूसरे स्थान पर बरक़रार हैं। धोनी ने अपनी कप्तानी में साल 2010 और 2011 में चेन्नई सुपरकिंग्स को आईपीएल ख़िताब दिलाया था। धोनी ने 144 मैच में से 84 में जीत हासिल की है। इस हिसाब से उनकी जीत का प्रतिशत 58.33 है। ये भी दिलचस्प बात है कि धोनी ने 72 मौकों पर टॉस जीता है, इस तरह उनके टॉस जीतने का प्रतिशत 50 के क़रीब है।

#3 सचिन तेंदुलकर - 58.82%

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर इस लिस्च में तीसरे स्थान पर बने हुए हैं। इस लगता है कि कोई भी ऐसा रिकॉर्ड होगा जो सचिन से छूटा हो, ये साबित करता है कि वो क्रिकेट के मास्टमाइंड है। सचिन आईपीएल के शुरुआत से लेकर अपने आख़िरी आईपीएल मैच तक मुंबई टीम का ही हिस्सा रहे। उन्होंने 51 आईपीएल मैच में मुंबई इंडियंस टीम की कप्तानी की थी जिसमें से 30 में जीत हासिल हुई थी। हांलाकि उन्होंने अपनी कप्तानी में मुंबई को एक भी आईपीएल ख़िताब नहीं दिलाया है, लेकिन फिर भी वो जीत के प्रतिशत के हिसाब से इस टीम के दूसरे सबसे कामयाब कप्तान हैं।

#2 रोहित शर्मा - 60.53%

मुंबई इंडियंस के महानतम खिलाड़ी रोहित शर्मा की जीत का प्रतिशत 60.53 है जो इस लिस्ट में उन्हें दूसरे नंबर पर लाता है। उन्होंने अपनी कप्तानी में मुंबई इंडियंस को 3 आईपीएल ख़िताब दिलाया है जो कि एक रिकॉर्ड है। उन्होंने 76 मैच में मुंबई टीम के लिए कप्तानी की है और 46 में जीत हासिल की है, जबकि 30 मैच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इस बात में कोई शक नहीं कि उनकी टीम में बेहद शानदार खिलाड़ी हैं जो कि एक मज़बूत टीम तैयार करते हैं। आईपीएल में उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत उनहें विराट कोहली की ग़ैर मौजूदगी में सीमित ओवर के खेल के लिए टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया था

#1 सटीव स्मिथ - 69.57%

जीत के प्रतिशत के हिसाब से स्टीव स्मिथ आईपीएल के सबसे कामयाब कप्तान हैं। उनके कार्यकाल में राइज़िंग पुणे सुपरजायंट ने 69.57 फ़ीसदी मैच जीते हैं। स्मिथ ने 23 आईपीएल मैच में पुणे टीम की कप्तानी की थी जिसमें से 16 मैच में जीत हासिल हुई है और सिर्फ़ 7 मैच में हार का सामना करना पड़ा था। सबसे दिलचस्प बात ये है कि स्मित ने सिर्फ़ 9 मैच में टॉस जीता था। इससे साबित होता है कि स्मिथ कितने शानदार कप्तान हैं। भले भी हालात उनके ख़िलाफ़ हों, मगर वो जीतने के लिए हर मुमकिन कोशिश करते हैं। स्मिथ 3 अलग-अलग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं जिसमें पुणे वॉरियर्स इंडिया, राइज़िंग पुणे सुपरजायंट और राजस्थान रॉयल्स शामिल हैं। उन्हें आईपीएल के 11वें सीज़न के लिए राजस्थान टीम का कप्तान बनाया गया था लेकिन बॉल टैंपरिंग की घटना के बाद उन पर बैन लग गया था। स्मिथ की ग़ैर मौजूदगी का ख़ामियाज़ा राजस्थान को भुगतना पड़ रहा है, इस टीम ने इस सीज़न का अपना पहला मैच गंवाया है। लेखक- अर्जुन भारद्वाज अनुवादक- शारिक़ुल होदा