विश्व टी20 क्रिकेट में सर्वाधिक धुरंधर बल्लेबाजों में से एक होने के अलावा पोलार्ड ट्रोफी जीत की संख्या के आधार पर भी सबसे आगे है जहाँ वे अब तक 10 विजेता टीमों का हिस्सा रहे हैं | त्रिनिदाद के इस 29 वर्षीय खिलाड़ी के यह आंकड़े आने वाले वर्षों में बढ़ने की सम्भावना है। इस सूची के अधिकांश वेस्टइंडीज के साथियों की तरह पोलार्ड को भी 2008 में त्रिनिदाद एंड टोबैगो का प्रतिनिधित्व करते हुए स्टेनफोर्ड टी20 टूर्नामेंट से कामयाबी मिली | इसी टीम के साथ खेलते हुए पोलार्ड को केरेबियन टीसंस्करण में जीत मिली जबकि उन्होंने बारबडोस त्रिडेंट्स की तरफ से खेलते हुए CPL 2014 का ताज प्राप्त किया | पोलार्ड दो बार इन्डियन प्रीमियर लीग के 2013 और 2015 संस्करणों में मुंबई इंडियंस की विजेता टीम का हिस्सा भी रहे हैं | इसके अलावा वे इसी टीम के साथ 2011 और 2013 के चैम्पियंस लीग टूर्नामेंट में भी विजेता टीम के सदस्य थे | पोलार्ड ने सफलता का स्वाद दक्षिण अफ्रीका में भी चखा है जहाँ उन्होंने केप कोबराज की तरफ से खेलते हुए 2014/15 में रेम स्लैम T20 टूर्नामेंट जीता था | इस खिलाड़ी की सर्वाधिक प्रतिष्ठित ट्रॉफ़ी 2012 में वेस्टइंडीज की जीती हुई वर्ल्ड टी20 है |