पिछले दशक के पांच सबसे रोमांचक ड्रॉ टेस्ट मैच

भारत बनाम वेस्टइंडीज, मुंबई 2011
वेस्टइंडीज 590 & 134, भारत 482 & 242/9 पर मैच ड्रॉ

India vs West Indies

सीरीज़ हाथों से चले जाने के बाद, डैरेन सैमी ने कुछ सम्मान को बचाने की कामना की और उनके बल्लेबाजों ने पूरी तरह साथ देते हुए टीम इंडिया को जवाब दिया। वानखेड़े स्टेडियम में डैरेन ब्रावो के 166 और शीर्ष छह बल्लेबाजों में से पांच अर्धशतकों के बदौलत वेस्ट इंडीज ने 590 के विशाल स्कोर खड़ा किया। भारत के स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने 5/156 विकेट चटकाए।

मेहमान को परेशान करने की इस बार अश्विन की बारी थी। अश्विन ने 103 रन के साथ अपनी पहली सेंचुरी जड़ दी। मिडिल ऑर्डर द्वारा चार अर्धशतकों के बदौलत मेजबान टीम 482 रन तक ही पहुंच सकी। जिसमें वेस्टइंडीज के मार्लन सेमुएल्स और रवि रामपॉल ने तीन तीन विकेट झटके।

ट्रैक ने टर्न लेने की शुरुआत कर दी थी, जिस वजह से कप्तान धोनी ने नयी बॉल प्रज्ञान ओझा को सौंपी।इस कदम ने अद्भुत काम किया। बाएं हाथ के स्पिनर ने पिच से स्पिन और बाउंस को निकालते हुए 6/47 के साथ अपना काम खत्म किया और उनके साथ अश्विन ने शेष विकेटों को निकालकर मैच को मेजबान की तरफ मोड़ दिया। वेस्टइंडीज दूसरी पारी में मात्र 134 रन बनाये और अंतिम दिन भारत को 64 ओवर में 243 रन बनाने थे।

वीरेंदर सहवाग ने अपने ही स्टाइल में पारी की शुरुआत करते हुए 65 बॉल में 60 रन बना दिये लेकिन जल्द ही भारतीय बल्लेबाज अपना रास्ता भटक गये और सिर् विराच कोहल ही कुछ देर टिक पाये। विराट के 63 रन पर आउट होने के बाद भारत को 4.5 ओवर में 19 रन चाहिए थे और अश्विन क्रीज पर थे। अश्विन 1 रन पर एक रन बनाकर 1 रन पर आउट हो गया, लेकिन वह जीत के लिए एक रन तक नहीं पहुंचा सके और रन आउट हो गये और इतिहास में दूसरी बार टेस्ट लेवल पर कब्ज़ा करने से चूक गये।