2007 में इंग्लैंड और भारत के बीच हुई द्विपक्षीय वनडे श्रृंखला कई कारणों से महत्वपूर्ण थी। टेस्ट सीरीज़ में ऐतिहासिक जीत के बाद भारत से वनडे सीरीज़ में भी शानदार प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन भारत को सीरीज़ के पहले ही मैच में हार का सामना करना पड़ा। दूसरे वनडे में भारत पहले बल्लेबाजी कर रहा था। 113 के टीम स्कोर पर सौरव गांगुली का विकेट गिरा। सचिन अब भी क्रीज पर थे और भारत की उम्मीदें चरम पर। इस बार भी अंपायर के गलत फैसले की वजह से सचिन को 32वें ओवर में पवेलियन लौटना पड़ा। ऐंड्रयू फ्लिनटॉफ की वाइड बॉल पर सचिन को कैच आउट दे दिया गया। गेंद सचिन के शरीर की तरफ आ रही थी, जो उनकी कोहनी को छूकर निकली। इसके बाद कमान संभाली भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे जिम्मेदार खिलाड़ी, राहुल द्रविड़ ने। द्रविड़ तब टीम के कप्तान थे। उनकी पारी की बदौलत भारत ने 50 ओवरों 7 विकेट खोकर 329 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड ने कड़ी टक्कर दी, लेकिन उनकी पारी 320/8 के स्कोर पर ही सिमट कर रह गई। ‘भगवान’ ने टीम के हिस्से का दुर्भाग्य अपने हिस्से ले लिया और भारत इस मैच को जीतने में कामयाब रहा।