1999-00 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में मिली करारी हार के बाद भारत को फिर से अपने फैन्स का भरोसा जीतना था। हालात बेहद मुश्किल थे। सीरीज के शुरूआती 6 मैचों में भारत सिर्फ एक मैच में किसी तरह जीत हासिल कर सका था। यह भारत, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच त्रिकोणीय श्रृंखला थी। फाइनल की उम्मीदें बरकरार रखने के लिए भारत को पर्थ में हुए इस मैच में जीतना अनिवार्य था। पाकिस्तान ने पहले खेलते हुए भारत के सामने 262 रनों का लक्ष्य रखा। पाकिस्तान के गेंदबाजों को देखते हुए भारत के लिए राह बेहद मुश्किल थी। भारत बल्लेबाजी करने उतरा। दूसरे ही ओवर में टीम का पहला विकेट गिरा और गागुंली पवेलियन लौट गए। सचिन अच्छे फॉर्म में दिख रहे थे। उनके बल्ले से चार बाउंड्रीज निकलीं, लेकिन चौथे ओवर में जो हुआ वह भारतीय फैन्स के लिए किसी शॉक से कम नहीं था। वकार यूनिस की इन- स्विंगर सचिन के बैट और पैड के बीच से होती हुई, विकेटकीपर मोइन खान के हाथों में चली गई। इसके बाद भारतीय पारी तिनकों की तरह बिखर गई। सिर्फ रॉबिन सिंह किसी तरह अर्धशतक पूरा करने में कामयाब रहे। इस हार के बाद भारत सीरीज से बाहर हो गया। सीरीज में भारत ने कुल 8 मैच खेले, जिसमें से 7 में उसे हार का मुंह देखना पड़ा।