#5 ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 0 रन (ब्रिस्बेन, 2003) 2003-04 में स्टीव वॉ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम विजय रथ पर सवार थी। टेस्ट क्रिकेट में कोई भी टीम कंगारुओं के इस रथ को रोक नहीं पा रहा था। गांगुली की कप्तानी में खेल रही टीम का दौर अच्छा नहीं था और टीम से कुछ खास उम्मीद नहीं की जा रही थी। ब्रिस्बेन में सीरीज के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 2 विकेट खोकर 268 रन बना चुका था। इसके बाद जहीर खान ने कमान संभाली। जहीर के ऑफ-कटर्स और बाउंसर्स की बदौलत कंगारुओं की पारी पर लगाम लगी और वे पहली पारी में 323 रन ही बना सके। जवाब में भारत ने जल्द ही सहवाग और द्रविड़ के विकेट गंवा दिए। भारत का स्कोर 62/2 था, जब सचिन क्रीज पर आए। तीसरी ही गेंद उनके पैड्स पर जाकर लगी। गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने अपील की और सचिन को आउट दे दिया गया। रीप्लेज में साफ दिख रहा था कि गेंद स्टम्प्स को हिट नहीं कर रही है, लेकिन फील्ड अंपायर के निर्णय ने सचिन की पारी को आगे नहीं बढ़ने दिया। इसके बाद भारतीय पारी को गांगुली ने सहारा दिया और शानदार 144 रनों की पारी खेली। लक्ष्मण ने भी 75 रनों का योगदान दिया। पहली पारी में भारत ने 409 रन बनाए। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने पलटवार करते हुए महज 62 ओवरों में सिर्फ 3 विकेट खोकर 284 रन बना डाले और भारत के सामने 199 रनों का लक्ष्य रखा। हालांकि, यह मैच ड्रॉ हो गया। इसके बाद ऐडिलेड में हुए दूसरे टेस्ट में भारत और मेलबर्न में हुए तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को जीत मिली। लेखकः मिधुन मधु अनुवादकः देवान्श अवस्थी