भारतीय उपमहाद्वीप की धीमी और स्पिन के मुफ़ीद पिचो पर लेग स्पिनर हमेशा क़ामयाब होते हैं। यही वजह है कि भारतीय मूल के इश सोढ़ी इस दौरे पर कीवियों के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। इश सोढ़ी वक़्त के साथ साथ काफ़ी परिपक्व हो चुके हैं और उनकी गेंदो में भी अब काफ़ी पैनापन आ चुका है। साथ ही साथ अपने जोड़ीदार मिचेल सांटनर के साथ मिलकर वह भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए एक ख़तरा बन सकते हैं। ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ हाल ही में 2 साल बाद सोढ़ी की टेस्ट टीम में वापसी हुई थी, जहां उन्होंने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 2 मैचो में 24.87 की बेहतरीन औसत से 8 विकेट झटके थे। लुधियाना में जन्में सोढ़ी ने इसी साल हुए वर्ल्ड टी20 में भी भारतीय पिचो पर कमाल का प्रदर्शन किया था, नागपुर में तो भारत को 79 रनों पर ऑलआउट करने में भी इस गेंदबाज़ का अहम योगदान रहा था।