न्यूज़ीलैंड टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी रॉस टेलर युवाओं के लिए एक मेंटर का किरदार भी निभा रहे हैं। भारतीय परिस्थितियों से अच्छी तरह वाक़िफ़ दाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ से कीवियों को बहुत भरोसा है। टेलर भारतीय स्पिनरों के ख़िलाफ़ स्वीप और पुल शॉट खेलकर उनकी लय बिगाड़ने की क़ाबिलियत भी रखते हैं और साथ ही ज़रूरत पड़ने पर वह स्पिन के ख़िलाफ़ रक्षात्मक स्ट्रोक्स भी खेल सकते हैं। एशियाई सरज़मीं पर रॉस टेलर का प्रदर्शन भी अच्छा रहा है, उन्होंने 28 पारियों में 3 शतक और 6 अर्धशतकों के साथ क़रीब 40 की औसत से 1055 रन बनाए हैं। भारत में ये रिकॉर्ड और भी अच्छा हो जाता है, भारतीय धरती पर इस दाएं हाथ के बल्लेबाज़ के नाम 16 पारियों में 41 की औसत से 659 रन हैं, जिसमें 3 शतक और एक अर्धशतक शामिल है। भारत के ख़िलाफ़ इस सीरीज़ में रॉस टेलर एक बेहद अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।