न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने साल 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट और साल 1972-73 सीजन में पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहला एकदिवसीय मुकाबला खेला। अपने क्रिकेट करियर के इस लंबा सफर में न्यूजीलैंड क्रिकेट ने कई उतार चढ़ाव भी देखे हैं। इस दौरान न्यूजीलैंड की टीम में कई शानदार खिलाड़ी भी हुए हैं। इनमें सर रिचर्ड हेडली, शेन बॉन्ड, मार्टिन क्रो और ब्रेंडन मैकुलम जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। ये खिलाड़ी अपने दम पर अकेले टीम को मैच जिताने का माद्दा रखते थे। हालांकि कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हुए हैं जो न्यूजीलैंड के लिए खेलते हुए भी कुछ खास प्रसिद्धि हासिल नहीं कर पाए हैं। दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से इन खिलाड़ियों को न्यूजीलैंड की टीम में उनकी प्रतिभा के मुताबिक ज्यादा अवसर नहीं मिल पाए। आइए जानते हैं ऐसे पांच न्यूजीलैंड के क्रिकेटर्स के बारे में जो प्रतिभा के बावजूद न्यूजीलैंड के लिए ज्यादा नहीं खेल पाए।
#5 आंद्रे एडम्स
मध्यम गति से स्विंग गेंदबाजी करने के साथ-साथ आंद्रे एडम्स न्यूजीलैंड की टीम में खेलते हुए अक्सर बड़े हिट भी लगाया करते थे। आंद्रे एडम्स ने 2000 के दशक की शुरुआत में न्यूजीलैंड वनडे टीम में अच्छा प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने 42 एकदिवसीय मैच खेले, जिसमें उन्होंने 53 विकेट लिए। इसमें भारत के खिलाफ एक फाइव विकेट हॉल भी शामिल है। उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए सिर्फ एक टेस्ट मैच खेला। हालांकि साल 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ ऑकलैंड के मैदान पर खेले गए उस मुकाबले में उन्होंने 6 विकेट हासिल किए थे। हालांकि इसके बाद भी उन्हें टीम में और मौका नहीं दिया गया। इसके बाद साल 2007 तक वे ओडीआई क्रिकेट जरूर खेलते रहे। लेकिन उन्हें टेस्ट टीम में जगह नहीं दी गई।
#4 रॉडनी रेडमंड
अपने देश के लिए अपने पहले टेस्ट मैच में ही शतक और अर्धशतक लगाकर इसे कौन यादगार नहीं बनाना चाहेगा ? न्यूजीलैंड के रॉडनी रेडमंड ने अपने पहले टेस्ट मैच में यही कारनामा कर दिखाया था। उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट मैच की दो पारियों में 107 रन और 56 रन बनाए थे। उन्होंने यह स्कोर साल 1973 में ऑकलैंड में पाकिस्तान के खिलाफ बनाए थे। यह मैच सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट था और न्यूजीलैंड को इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ खेलना था। लेकिन रेडमंड अपनी फॉर्म को आगे लिए बरकरार नहीं रख पाए और ऐसे में अपनी जगह भी टीम में नहीं बना पाए। इंग्लैंड दौरे में उनके प्रदर्शन में गिरावट देखी गई और उनका बल्ले पहले जैसे कमाल नहीं दिखा पाया। उन्होंने उस दौरे के दौरान केवल दो वनडे खेले और खराब खेल के कारण उन्हें किसी भी टेस्ट मैच के लिए नहीं चुना गया। इसके बाद ही उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। रेडमंड 1975/76 सीजन के अंत में वापसी करने में नाकाम साबित हुए और प्रथम श्रेणी और लिस्ट ए क्रिकेट से रिटायर हो गए।
#3 जॉन फुल्टन रीड
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम में जॉन फुल्टन रीड जैसा शानदार खिलाड़ी भी हुआ है जो अपनी पारी को अर्धशतक और शतक में बदलने की बेहतरीन क्षमता रखता था। मैदान पर आने के बाद उनके बल्लेबाजी देखने लायक होती थी। रीड लंबी पारी को अंजाम देने में माहिर थे। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 19 टेस्ट मुकाबले खेले हैं और इन मैचों में उन्होंने 6 शतक और दो अर्धशतक लगाए हैं। 31 पारियों में खेलते हुए उन्होंने 46.28 की औसत से 1296 रन बनाए हैं। हालांकि वो न्यूजीलैंड के लिए ज्यादा नहीं खेल पाए। इसके पीछे की वजह उनकी पहली पारी में बल्लेबाजी औसत और दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने की औसत में अंतर हो सकता है। दरअसल, रीड की पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए 68.41 की शानदार औसत थी। पहली पारी में खेलते हुए रीड दनादन रनों की बरसात ही कर देते थे लेकिन वहीं दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए उनकी औसत 12.09 की रह जाती थी। दूसरी पारी में उनकी बल्लेबाजी में नाकामी के चलते हुए उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
#2 स्टीवी डेम्पस्टर
न्यूजीलैंड के पहले महान बल्लेबाज के रूप में स्टीवी डेम्पस्टर धीमी गेंदबाजी के असाधारण खिलाड़ी थे। जो घरेलू स्तर के साथ-साथ खेल के उच्चतम स्तर पर भी उतने ही प्रभावित थे। डेम्पस्टर की बल्लेबाजी औसत 65.72 की थी जो कि 10-पारी के कट ऑफ के लिहाज से डॉन ब्रैडमैन के 99.94 के बाद दूसरी थी। लेकिन यह शर्म की बात है कि न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय टीम में उन्हें बस 10 टेस्ट तक ही सीमित रख दिया गया। इसमें उन्होंने दो शतकों के साथ 723 रन बनाए और पांच अर्धशतक भी लगाए। उन्होंने 1933 में इंग्लैंड के खिलाफ अपनी अंतिम टेस्ट पारी में नाबाद 83 रन बनाए। वहीं डेम्पस्टर ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 306 पारियों में 35 शतकों के साथ 12145 रन बनाए। लेकिन राष्ट्रीय टीम में उन्हें ज्यादा मौके नहीं दिए गए।
#1 जैक कोवी
द्वितीय विश्व युद्ध के कारण जैक कोवी का अंतरराष्ट्रीय करियर सिर्फ 9 टेस्ट तक ही सीमित था। जैक ने 9 टेस्ट मैचों में 45 विकेट हासिल किए और ऑकलैंड के लिए घरेलू स्तर पर खेलते हुए उनका खेल शानदार था। घरेलू स्तर पर उन्होंने 86 मैचों में 359 विकेट हासिल किए। हालांकि फिर भी वो न्यूजीलैंड के लिए ज्यादा नहीं खेल पाए। लेखक: प्रांजल मेक अनुवादक: हिमांशु कोठारी