आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम शानदार प्रदर्शन कर फाइनल में पहुंच चुकी थी। लेकिन फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में भारतीय बल्लेबाजी फेल रही। मैच को बारिश के कारण 20 ओवर का कर दिया गया। इन 20 ओवर में भारतीय टीम 7 विकेट के नुकसान पर 129 रन ही बना पाई। उम्मीद थी कि इंग्लैंड की टीम इस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लेगी। छोटे स्कोर के बावजूद धोनी की चतुर कप्तानी और मैच की परिस्थिति को सही भांप कर उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को लगातार दबाव में रखा। इशांत शर्मा के अलावा बाकी सभी गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की। इसके बावजूद धोनी ने 18वां ओवर इशांत से करवाया। उस समय इंग्लैंड के बल्लेबाज अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। इसे देखते हुए धोनी का ये फैसला गलत साबित हो सकता था। लेकिन इशांत ने शानदार गेंदबाजी कर उस ओवर में मॉर्गन और बोपारा को आउट कर दिया। इस ओवर ने पूरे मैच का नक्शा ही बदल दिया। इशांत से पहले ओवर करवा कर धोनी ने आखिरी ओवरों में स्पिनर्स से गेंदबाजी की रणनीति बनाई। धोनी की इस रणनीति ने भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी जीतवा दी। इसके साथ ही धोनी आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीतने वाले पहले कप्तान बन गए।