#3 पॉल हैरिस(भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2008)
[caption id="attachment_16286" align="alignnone" width="660"] पॉल हैरिस को भी सहवाग ने स्लैज किया था[/caption] स्लेंजिंग में कोई जरूरी नहीं की सिर्फ शाब्दिक वार हो। ये अपने विरोधियों को चुनौती देना भी माना जाता है। अपने खेल की विशेषता में बहुत ही कम बल्लेबाज़ माहिर होते हैं। सहवाग कहते हैं कि जब वह चेपक स्टेडियम पर 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 291 रन पर खेल रहे थे। तो उन्हें पॉल हैरिस लगातार पैड पर गेंद करा रहे थे। जिससे वह बोर हो रहे थे। उन्होंने हैरिस को चुनौती देते हुए कहा कि अगर तुम मुझे राउंड द विकेट गेंद डालो तो मैं छक्का मारूंगा। सहवाग ने हैरिस से कहा कि तुम राउंड द विकेट गेंद डालकर दिखाओ मैं तुम्हारे पहली गेंद पर छक्का मारकर दिखाऊंगा। हैरिस ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए, लॉन्ग ऑन, डीप मिडविकेट और लॉन्ग ऑफ की फील्डिंग सजाकर सहवाग को राउंड द विकेट गेंद फेंकी। सहवाग भी अपनी जुबान के पक्के थे और उन्होंने हैरिस की पहली ही गेंद पर स्ट्रैट छक्का मारा।
#4 जेम्स पैटीसन(भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2011)
[caption id="attachment_16285" align="alignnone" width="580"] सहवाग[/caption] सहवाग और पैटीसन के बीच 2011 में पहले टेस्ट के दूसरे दिन इस बात को लेकर विवाद हो गया जब पैटीसन बार-बार सहवाग के रास्ते में आ जाया करते थे। सहवाग ने उनकी एक गेंद को फ्लिक करके रन ले रहे थे, कि वह एक बार फिर उनके रास्ते में आ गये। इसपर सहवाग ने उनपर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की, इस विवाद में उसी वक्त पीटर सिडल भी आ गये। इसको लेकर सहवाग इतने नाराज हो गये कि उन्होंने सिडल को बल्ले के इशारे से कहा कि अपनी फील्डिंग पोजीशन पर जाने को कहा। मामले को बढ़ता देख अंपायरों को बीच-बचाव में आना पड़ा और उसके बाद जाकर मामला शांत हुआ। ये पूरी तरह से मियाँदाद और डेनिस लिली की भिड़ंत जैसा हो गया था।