रिकॉर्ड और आंकड़े किसी भी क्रिकेटर का पद बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाते हैं। कई मील का पत्थर हासिल करने में खिलाड़ियों की सालों की मेहनत, लगन, क्षमता और कई समस्याएं सामने आती हैं और फिर वह अंत में शीर्ष पर पहुंच पाता है। विश्व स्तरीय विपक्षी चुनौतियों का अलग-अलग चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कुशलतापूर्वक सामना करने वाले महान खिलाड़ी अपने लंबे कार्यकाल का समापन एक उच्च स्तरीय आंकड़ों को सेट करने के साथ करते हैं। चार दशक पहले अच्छी शुरुआत के बाद से वनडे क्रिकेट में खिलाड़ियों ने कई मील के पत्थर लिख दिये हैं। ऐसे ही बल्लेबाज की क्लास को परखने का एक पैनामा 10000 रनों का एक बड़ा मुकाम है। पिछले कुछ वर्षों में अनगिनत क्रिकेटरों ने वनडे क्रिकेट खेला है लेकिन केवल 12 महान खिलाड़ी इस दुर्लभ मील के पत्थर को पार करने में सक्षम हुए हैं। इन खिलाड़ियों में से अधिकांश उम्मीद के अनुसार अपने करियर में कई शतक बनाने की योग्यता भी रखते हैं। हालांकि इस तरह के कुछ बल्लेबाज़ भी मौजूद हैं जिन्होंने अपने नामों में 20 से भी कम शतक के साथ उपलब्धि हासिल करने में कामयाब रहे हैं। पर्याप्त अवसरों की कमी के कारण या फिर अर्धशतक को शतक में ना बदल पाने की कमोजर कड़ी के कारण यह बल्लेबाज अपेक्षाकृत अपनी क्षमता के अनुसार शतकों में वृद्धि नहीं कर सके। यहां हम ऐसे 5 बल्लेबाजों पर नज़र डालते हैं जिन्होंने वनडे में 10,000 रनों का आंकड़ा पार करने में 20 से कम शतक लगाये हैं-
#5 एमएस धोनी
10,000 रन क्लब में नवीनतम आगमन भारत के महेंद्र सिंह धोनी का हुआ है जो वनडे में सबसे महान खिलाड़ियों में से एक के रूप में उभरे हैं। झारखंड डायनामाइट के नाम से लोकप्रिय धोनी ने 2004 में भारत के लिए अपने करियर की शुरूआत की थी और पिछले 14 वर्षों में एक शानदार करियर बना लिया है। 273 पारी में धोनी ने प्रति मैच 51.30 रनों की शानदार औसत से 10,004 रन बनाए हैं। हालांकि पूर्व भारतीय कप्तान ने अपने करियर के अधिकांश भाग में निचले क्रम में उतरकर बल्लेबाजी की है और इस कारण उन्हें शतक लगाने के अधिक अवसर प्राप्त नहीं हो सके हैं। अब तक 10 शतकों के साथ, धोनी अभी भी टीम के फिनिशर होने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।#4 ब्रायन लारा
तर्कसंगत रूप से बाएं हाथ का सबसे महान बल्लेबाज जिसने क्रिकेट खेला है, ब्रायन लारा लगभग 15 वर्षों तक वेस्टइंडीज बल्लेबाजी लाइन-अप के आधार बनकर खड़े थे। त्रिनिदाद और टोबैगो के इस खिलाड़ी ने विपक्षी गेंदबाजी आक्रमण पर हमेशा हावी रहा और 1990 से 2007 तक विंडीज़ टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लारा ने अपने वनडे करियर के अधिकांश तौर पर नंबर 3 और 4 पर बल्लेबाजी की और निश्चित रूप से कुछ जबरदस्त कामयाबी हासिल करने में सफल रहे। 289 पारी में इस महान खिलाड़ी ने प्रति मैच 40.48 रनों के औसत से 10,405 रन बनाए। हालांकि टेस्ट में बड़े बड़े शतक लगाने वाले वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ने इसके विपरीत 50 ओवर के प्रारूप में केवल 19 शतक जमाए हैं।#3 राहुल द्रविड़
कई मोर्चों पर राहुल द्रविड़ अब तक का सबसे बड़े भारतीय बल्लेबाज में से एक रहे हैं। टीम के संकटमोचन से लेकर परिस्थिति की मांग के अनुसार आक्रामक होने तक कर्नाटक का यह खिलाड़ी एकदम सही टीम प्लेयर था। एक अच्छी तकनीक जानने वाला बल्लेबाज जो विभिन्न परिस्थितियों में खेलने के लिए हमेशा तैयार रहता था, द्रविड़ उन चार भारतीयों में से एक है जिन्होंने वनडे में 10,000 से अधिक रन बनाए हैं। 318 पारी में दाएं हाथ के बल्लेबाज ने प्रति मैच 39.16 रन की औसत से 10889 रन और 12 शतक लगाये हैं। कुछ लोग तर्क देते हैं कि रन बनाने की उनकी की धीमी रफ्तार एक खतरनाक साबित हुई वहीं दूसरों को लगता है कि यह टीम के लिए उनका निःस्वार्थ दृष्टिकोण था जिसने उन्हें यहां और वहां कुछ सैकड़ें गंवा दिये होंगे।#2 इंजमाम-उल-हक
लंबा, मजबूत और खतरनाक बल्लेबाज इंजमाम-उल-हक कई वर्षों तक पाकिस्तान की बल्लेबाजी को मुख्य आधार के रूप में मजबूत करते रहे। अपनी शांत और रचनात्मक बल्लेबाजी शैली के लिए जाने जाने वाले, इंज़ी (उन्हें प्यार से इसी नाम से बुलाया जाता है) ने दुनिया भर में कई गेंदबाजी आक्रमण को तहस नहस किया और वनडे के महानतम बल्लेबाजों में से एक के रूप में उभर कर सामने आये। 350 मैचों में 11739 रनों के साथ मुल्तान का यह खिलाड़ी 50 ओवर के प्रारूप में छठा सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी है और लगातार इच्छुक क्रिकेटरों की नयी पौध को प्रेरित करता रहा है। इस सूची में अन्य बल्लेबाजों के समान ही पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने अपना करियर 20 एकदिवसीय शतक से भी कम के साथ समाप्त किया और उनके खाते में केवल 10 शतक शामिल थे।#1 महेला जयवर्धने
चाहे बात शानदार कवर ड्राइव की हो या फिर प्रभावशाली स्ट्रेट ड्राइव की या फिर स्टाइलिश फ्लिक शॉट्स की, महेला जयवर्धने के पास अपने शस्त्रागार में क्रिकेट शॉट्स की एक विस्तृत श्रृंखला थी। तर्कसंगत रूप से द्वीप राष्ट्र से आने वाले सबसे बेहतरीन दाएं हाथ के बल्लेबाज जयवर्धने ने 10,000 वनडे रन बनाने वाले पहले श्रीलंकाई खिलाड़ी होने का गौरव प्राप्त किया। अपनी कलात्मक बल्लेबाजी शैली से क्रिकेट में जाने जाने वाले कोलंबो के इस खिलाड़ी ने अपने वनडे करियर में 12,650 रन बनाए हैं और प्रारूप में पांचवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में खड़े हैं। हालांकि पूर्व श्रीलंकाई कप्तान अपने कई अर्धशतकों को शतक में परिवर्तित नहीं कर सके और 418 मैचों में 19 शतक के साथ करियर समाप्त कर दिया लेखक- कोव्वली तेजा अनुवादक- सौम्या तिवारी