#3 हाशिम अमला और ग्रीम स्मिथ (दक्षिण अफ़्रीका, 890 रन)
सीमित ओवरों के प्रारूप में भले ही दबाव के क्षणों में दक्षिण अफ्रीकी टीम बिखर जाती हो और उन्हें 'चोकर्स' कहा जाता है। लेकिन इसके विपरीत टेस्ट क्रिकेट में यही टीम दबाव के पलों में अपने खेल के स्तर को खासा ऊपर ले जाती है। 2012 में टेस्ट रैंकिंग में यह टीम शीर्ष पर पहुंची और इसका एक प्रमुख कारण था अफ्रीकी बल्लेबाजी क्रम का मजबूत होना। कप्तान ग्रीम स्मिथ और हाशिम अमला इस बल्लेबाजी लाइनअप के आधार स्तंभ थे। स्मिथ और अमला ना सिर्फ पहली तीन पारियों में बल्कि चौथी पारी में भी सर्वश्रेष्ठ थे। इन दोनों ने चौथी पारी के 15 पारियों में 63.57 की औसत से 890 रन बनाए, जिनमें 2 शतकीय और 2 अर्धशतकीय साझेदारी शामिल है। 2008 के पर्थ टेस्ट में इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 153 रन की साझेदारी की थी, जिसकी बदौलत दक्षिण अफ्रीका टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दूसरे सबसे सफल बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने में क़ामयाब हुआ था।