5 ऐसे काम चलाऊ गेंदबाज़ जिन्होंने वनडे की बड़ी पारियों पर लगाया विराम

VIKRAM SOLANKI
गेंदबाज़: सचिन तेंदुलकर
शिकार: सईद अनवर (194) unnamed

पाकिस्तान के बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ को जाना जाता था वनडे क्रिकेट में विस्फोटक आग़ाज़ के लिए, पहले 15 ओवर का फ़ायदा अनवर शानदार तरीक़े से उठाते थे। 1997 में सईद अनवर ने वेस्टइंडीज़ के दिग्गज बल्लेबाज़ विवियन रिचर्ड्स का 13 साला पुराना रिकॉर्ड तोड़ डाला था, और वनडे क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी पारी अपने नाम कर गए थे। भारत के ख़िलाफ़ चेन्नई में खेले गए मुक़ाबले में सईद अनवर ने टीम इंडिया के गेंदबाज़ों की जमकर धुनाई की और एक वक़्त दोहरे शतक के क़रीब जा खड़े हुए थे। अनवर इस मैच में ज़्यादातर रनर के साथ खेल रहे थे। अनवर ने इस मैच में चौको और छक्कों की बारिश ला दी थी, भारत के दिग्गज गेंदबाज़ अनिल कुंबले के भी एक ओवर में अनवर ने 24 रन बटोर लिए थे। कप्तान सचिन तेंदुलकर जिन्हें 'मैन विद द गोल्डेन आर्म' भी कहा जाता था, ख़ुद गेंदबाज़ी करने आए और आख़िरकार उन्होंने इस पारी का अंत किया। सचिन ने लेग स्टंप के बाहर ऑफ़ स्पिन गेंद डाली थी और अनवर को स्वीप के लिए ललचाया, अनवर के बल्ले का ऊपरी किनारा लगा और फ़ाइन लेग पर खड़े सौरव गांगुली ने आगे की ओर छलांग लगाते हुए एक शानदार कैच के साथ बेहतरीन पारी का अंत किया। इत्तेफ़ाक से 13 साल बाद सईद अनवर के 194 रनों को सचिन तेंदुलकर ने ही पीछे छोड़ा और वनडे क्रिकेट का पहला दोहरा शतक लगाया।