अधिकांश सुनने में आता है कि संन्यास लेने के बाद क्रिकेटर या तो कोचिंग या फिर कमेंटरी नहीं तो फिर प्रशासनिक गतिविधियों में शामिल होता है। बहुत ही कम सुनने में आता है कि वह इन तीनों विभागों से अलग कुछ कर रहे हो। इंग्लैंड के पूर्व ऑफ़स्पिनर जेरेमी स्नेप ने इस बात को बदलकर रख दिया। 2008 सत्र के लिए राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें साइकोलोजिस्ट के रूप में अपने साथ जोड़ा। स्नेप की मेहनत रंग लाई और शेन वॉर्न के नेतृत्व में टीम ने प्रतियोगिता के उद्घाटन संस्करण का ख़िताब अपने नाम किया।
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