विराट कोहली का मौजूदा फ़ॉर्म जिस तरह चल रहा है उसे देखते हुए यह कहना ग़लत नहीं होगा कि वह कुछ अभी ग़लत भी कर सकते हैं। 2016 में ऑस्ट्रेलियाई सरज़मीं पर वनडे और टी20 में शुरू हुआ कोहली का वर्ज़न-2 अभी भी जारी है। कोहली अब दिन ब दिन और भी परिपक्व होते जा रहे हैं। वर्ल्ड टी-20 में कोहली ने प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट का ख़िताब जीतकर इस बात को साबित भी किया। आईपीएल में भी इस दाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने 1000 रन के क़बीर बनाते हुए सभी को हैरान कर दिया। आईपीएल में 4 शतक लगाते हुए कोहली ने अपनी टीम को फ़ाइनल में भी पहुंचाया था और ख़िताबी भिड़ंत में अर्धशतक भी लगाया, हालांकि टीम को जीत नहीं दिला पाए। सीमित ओवर के फ़ॉर्म को ही विराट कोहली ने क्रिकेट के इस सबसे लंबे फ़ॉर्मेट में भी ले गए और वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट में शतक के साथ शुरुआत की। कोहली जिस फ़ॉर्म में हैं उसे देखते हुए इस सीरीज़ में कोहली और भी कई विराट कीर्तिमान अपने नाम कर सकते हैं। ये हैं वह 5 कीर्तिमान जो कोहली इस सीरीज़ में हासिल कर सकते हैं: #1 टेस्ट में पहला दोहरा शतक वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज़ के पहले मैच में कोहली ने शानदार शुरुआत की है। बल्लेबाज़ों के लिए इस मुफ़ीद पिच पर कोहली की नज़र अब दोहरा शतक लगाने पर होगी। अगर कोहली ऐसा कर पाने में क़ामयाब होते हैं तो टेस्ट क्रिकेट में कोहली के करियर का ये पहला दोहरा शतक होगा। कोहली का बेस्ट स्कोर एंटिगुआ टेस्ट से पहले 169 रन था, जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मेलबर्न में साल 2014 में बनाया था। अगर कोहली ने डबल सेंचुरी लगाई तो कैरेबियाई पिच पर दोहरा शतक लगाने वाले वह पहले भारतीय कप्तान भी हो जाएंगे। #2 लगातार 10वीं बार टेस्ट में अपराजित कप्तान कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में बतौर कप्तान एक अच्छा आग़ाज़ किया है, 10 मैचों में अभी तक कोहली भारत को 5 में जीत दिला चुके हैं। कोहली ने पिछले 6 मैचों में भारत को 5 जीत दिलाई है, जबकि एक मुक़ाबला ड्रॉ रहा था। श्रीलंका और दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ कोहली ने लगातार दो सीरीज़ में भारत को जीत दिलाई है। अगर भारत इन 4 टेस्ट मैचों की सीरीज़ बिना हारे ख़त्म करता है तो कोहली लगातार 10 मैच न हारने वाले कप्तान बन जाएंगे। भारत का 17 लगातार मैचो में अपराजित का रिकॉर्ड फ़िलहाल कपिल देव के नाम है, कपिल देव की कप्तानी में भारत सितंबर 1985 से लेकर मार्च 1987 तक एक भी मैच नहीं हारा था। #3 नंबर-4 पर खेलते हुए 2000 रन टेस्ट क्रिकेट में नंबर-4 बल्लेबाज़ी क्रम काफ़ी अहम माना जाता है, भारत में तो इसे काफ़ी इज़्ज़त से देखा जाता है। सचिन तेंदुलकर टेस्ट में नंबर-4 पर ही बल्लेबाज़ी करते थे और अब कोहली इस नंबर के हक़दार हो गए हैं। नंबर-4 पर खेलते हुए सचिन ने अपनी करियर की 51 सेंचुरी में से 44 बनाए थे और क़रीब 14000 रन भी उन्होंने इसी नंबर पर खेलते हुए आए थे। सचिन के संन्यास के बाद अब तक इस नंबर पर खेलते हुए कोहली ने भी भारत के लिए अच्छा किया है। दिल्ली के इस बल्लेबाज़ ने अभी तक नंबर-4 पर खेलते हुए 1773 रन बनाए हैं, जिसमें 8 शतक भी शामिल हैं। कोहली ने जिस अंदाज़ में कैरेबियाई सीरीज़ का आग़ाज़ किया है, उसे देखते हुए कोहली इस सीरीज़ में इस मुक़ाम को भी हासिल कर सकते हैं। #4 उपमहाद्वीप से बाहर पहली टेस्ट सीरीज़ जीत विराट कोहली के लिए टीम इंडिया की कप्तानी अब तक काफ़ी अच्छी जाती दिखाई दे रही है। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ पहली बार कप्तानी करते हुए काफ़ी क़रीबी मुक़ाबले में उन्हें हार मिली थी और उसके बाद अगले मुक़ाबले में भारत ड्रॉ कर पाने में क़ामयाब रहा था। ऑस्ट्रेलिया के बाद अगली सीरीज़ श्रीलंका के ख़िलाफ़ थी, जहां कोहली ने 2-1 से भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। अगली बारी थी दक्षिण अफ़्रीका की, जिन्हें अपने घर में भारत ने 4 टेस्ट की सीरीज़ में 3-0 से शिकस्त दी थी। अब अगर कोहली भारत को कैरेबियाई टीम के ख़िलाफ़ भी सीरीज़ जीता पाने में क़ामयाब होते हैं तो उपमहाद्वीप के बाहर उनकी ये पहली सीरीज़ जीत होगी।#5 सारे फ़ॉर्मेट को मिलाकर इस साल 1500 रन विराट कोहली इस साल लाजवाब फ़ॉर्म में हैं, और उनके आंकड़े भी इस बात की गवाही दे रहे हैं। वनडे क्रिकेट हो या टी20 कोहली का फ़ॉर्म शानदार है, ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 5 मैचों की वनडे सीरीज़ में कोहली ने 2 शतक और 2 अर्धशतक के साथ 381 रन बनाए थे। टी20 में भी कोहली ने इस साल 2016 में 625 रन बनाए हैं, क्रिकेट के सारे फॉर्मेट में उनके रन इस कैलेंडर साल में 1100 से ज़्यादा हैं। यानी वेस्टइंडीज़ सीरीज़ में कोहली 1500 रन को भी पार कर सकते हैं।