5 ऐसे बल्लेबाज़ जिन्होंने 50 रन पार किया तो समझिए शतक पक्का

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टेस्ट क्रिकेट में सबसे महत्वपूर्ण यह होता है कि आप अच्छी शुरुआत को कैसे लंबी पारी में तब्दील करते हैं। जब कोई भी बल्लेबाज एक बार पिच पर नजरें जमा लेता है तो उसके लिये यह जरूरी हो जाता है कि वह लम्बी पारी खेलकर टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचाए। क्रिकेट के जानकार हमेशा कहते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में 50 रन बनाना छोटा मुकाम है जबकि शतक बनाने उससे कही ज्यादा बड़ा। इसलिए हम 5 खिलाड़ियों को देखते हैं जिनके पास टेस्ट मैच क्रिकेट में सबसे अच्छा कन्वर्ज़न रेट है, यानी जो एक बार 50 का स्कोर पार कर लेते हैं तो शतक बनाने की संभावना बढ़ जाती है। नोट: इस सूची में वहीं बल्लेबाज शामिल हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कम से कम 2000 रन बनाए हैं। (सभी आंकड़े 30 नवंबर 2017 तक के हैं) #5 विलियम पोंस्‍फ़ोर्ड (ऑस्ट्रेलिया)- 53.85% बहुत कम लोगों ने ही विलियम पोंसफोर्ड का नाम सुना है। लेकिन, वह ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े बल्लेबाजों में से एक थे। उन्होंने अपना पदार्पण मैच दिसंबर 1924 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था और अपनी पहली ही पारी में उन्होंने शानदार 110 रन बनाये थे। पोंस्फोर्ड की एक खासियत थी कि वह गुच्छे में शतक बनाते थे। उन्होंने पहले दोनों मैचों में शतक बनाया फिर अगले 10 मैचों तक उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला। उसके बाद उन्होंने 4 टेस्ट मैचों में 3 शतक बनाये और फिर अपने 12 मैचों में कोई शतक नहीं बना। फिर उन्होंने अपने करियर के अंतिम 2 मैचों में शतकीय पारियां खेली। पोंस्फोर्ड ने अपने टेस्ट करियर में 29 टेस्ट मैच खेलें जिसमें उन्होंने 48.22 की औसत से 2122 रन बनाये थे। उन्होंने प्रथम श्रेणी मैचों में भी 65.18 की औसत से करीब 14000 रन बनाये थे। विक्टोरिया का यह बल्लेबाज एक बार पिच पर नजरें जमा लेता था तो लम्बी पारी खेल कर ही लौटता था। पोंस्फोर्ड ने टेस्ट मैचों में 13 बार 50+ का स्कोर बनाया है जिसमें वो 7 बार इन पारियों को शतक में तब्दील करने में सफल रहे हैं। इस प्रकार उनका कन्वर्ज़न रेट 53.85% है और वह इस फ़ेहरीस्त में पांचवें स्थान पर हैं। #4 डीन एल्गर (दक्षिण अफ़्रीका)- 55.56% 4 डीन एल्गर ने पहली बार 2006 अंडर-19 विश्वकप में अपनी पहचान बनाई थी, जहाँ वो दक्षिण अफ्रीका के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे और टूर्नामेंट में 61.50 की औसत से 246 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में चौथे स्थान पर थे। लेकिन उसके 6 साल बाद 2012 में पर्थ के मैदान पर उन्हें पहला टेस्ट खेलने का मौका मिला। उन्होंने अपने तीसरे ही टेस्ट मैच में 103 रनों की पारी खेली और उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। ग्रीम स्मिथ के संन्यास के बाद एल्गर दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। एल्गर ने 47 टेस्ट मैचों में लगभग 47 के औसत से 2623 रन बनाये हैं, जिसमें 10 शतक शामिल हैं। उन्होंने 18 बार 50+ का स्कोर बनाया है, जिसमें से उन्होंने 10 बार उसे 100 से ऊपर पहुंचाया है। पिछली 6 पारियों में उन्होंने 3 शतक जमाये हैं, एक इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में और दो बांग्लादेश के खिलाफ। बांग्लादेश के खिलाफ उनका एक स्कोर 199 था जिसके कारण वह 199 पर आउट होने वाले बल्लेबाजों की सूची में शामिल हो गए हैं। इस प्रकार, 18 बार बनाये 50+ स्कोर में से 10 शतक के साथ इस सलामी बल्लेबाज का कन्वर्ज़न रेट 55.56% है। #3 विराट कोहली (भारत)- 57.58% 3 वर्तमान भारतीय कप्तान की आदत हो गयी है एक के बाद एक रिकॉर्ड बनाना। पिछले कुछ सालों में विराट कोहली ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने खुद को अपने समय के महान बल्लेबाजों में से एक के रूप में स्थापित किया। एल्गर की तरह ही कोहली भी अंडर-19 विश्वकप (2008) से ही सुर्खियों में आये थे। उन्हें एकदिवसीय मैचों में तो उसी साल पदार्पण का मौका मिला लेकिन उन्हें पहला टेस्ट खेलने में 3 साल का समय लग गया। ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट के शुरुआती दिनों में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। उन्होंने 21.27 की औसत से सिर्फ 234 रन बनाये लेकिन पर्थ में 44 और 75 का स्कोर और एडिलेड में 116 का स्कोर बनाकर, उन्होंने जल्द ही टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की कर ली। वह तब से जबरदस्त खेल का प्रदर्शन पर रहे हैं और वर्तमान में वह तीनों प्रारूपों में 50 से अधिक औसत बनाने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं। टेस्ट क्रिकेट में पहले उनके खेल में निरंतरता की कमी थी, लेकिन अब वह टेस्ट क्रिकेट में भी लगातार रन बना रहे हैं और आये दिन शतकीय पारियां खेल रहे हैं। कोहली ने पिछले 10 बार जब भी 50 रन का आंकड़ा पार किया है, वह 8 मौकों पर 100 से ऊपर गए हैं और उन 8 मौकों में से 5 मौकों पर उन्होंने 200 का आंकड़ा पार किया है। वहीं अभी तक अपने करियर में कोहली ने 33 मौकों पर 50+ का स्कोर बनाया है जिसमें वह 19 मौकों पर शतकीय पारी खेली है। इस तरह उनका कन्वर्ज़न रेट 57.58% है। #2 जॉर्ज हेडली (वेस्टइंडीज़)- 66.67% 2 जॉर्ज हेडली उन कुछ बल्लेबाजों में से एक थे जिन्हें डॉन ब्रैडमैन के टक्कर का माना जाता था। इस कारण से उनका नाम 'द ब्लैक ब्रैडमैन' भी पड़ गया था। हेडली के माता-पिता चाहते थे कि उनका बेटा अमेरिका में एक दाँतों का डॉक्टर बनें, लेकिन हेडली ने क्रिकेट को करियर के रूप में चुना। उन्होंने 1930 में अपना पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के वेस्टइंडीज दौरे के समय खेला। वेस्टइंडीज ने उस सीरीज में 28 खिलाड़ियों को मौका दिया, जिसमें हेडली को सभी मैचों में खेलने का मौक़ा मिला। हेडली ने दोनों हाथों से इस अवसर को पकड़ा और 8 पारियों में 703 रन बनाए, जिसमें 4 शतक भी शामिल थे। उन्होंने पहले टेस्ट में 114 रनों की पारी खेली फिर तीसरे मैच में 114 और 112 रन बनाए और चौथे में 223 रनों की शानदार पारी खेली। उनके 223 रन चौथे टेस्ट की चौथी पारी में आये और यह अभी भी टेस्ट की चौथी पारी में किसी भी बल्लेबाज का सर्वोच्च स्कोर है। उनके आखिरी कुछ टेस्ट सीरीज को छोड़ दें तो हेडली ने हर सीरीज़ में शतकीय पारियां खेली है। उन्होंने 15 बार 50 के आंकड़े को पार किया जिसमें उन्होंने 10 मौकों को शतक में तब्दील किया था। इस तरह वो 66.67% के कन्वर्ज़न रेट के साथ दूसरे स्थान पर काबिज़ हैं। #1 सर डॉन ब्रैडमैन (ऑस्ट्रेलिया)- 69.05% 1 इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि सर डॉन ब्रैडमैन इस सूची में पहले स्थान पर काबिज हैं। क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज बल्लेबाजों में शुमार ब्रैडमैन ने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाये हैं जिसके आसपास भी कोई नहीं भटकता। ऑस्ट्रेलिया के इस महान बल्लेबाज ने नवंबर 1928 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। लेकिन उन्होंने इस मैच में सिर्फ 18 और 1 रन का स्कोर बनाया था। हालांकि, अगले टेस्ट में उन्होंने 79 और 112 रन बनाये। उसके बाद ब्रैडमैन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और बल्लेबाजी में एक के बाद एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। उन्होंने 42 मौकों पर 50 रनों का आंकड़ा पार किया था जिसे उन्होंने 29 बार शतक में तब्दील कर दिया। उन 29 शतक में उन्होंने 12 दोहरा शतक (टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक) और 2 तिहरे शतक भी बनाये थे। अपने आखिरी टेस्ट में उन्हें 100 की करियर औसत कायम करने के लिए 4 और रनों की जरूरत है, लेकिन वह बिना खाता खोले आउट हो गए और उनका करियर 99.94 के औसत के साथ समाप्त हो गया। इस तरह सर डॉन ब्रैडमैन का कन्वर्ज़न रेट 69.05% है और वह इस सूची में पहले स्थान पर हैं। लेखक- साहिल जैन अनुवादक- ऋषिकेश सिंह