#4 फ़ैफ़ डू प्लेसी
अगर चेन्नई टीम डू प्लेसी को राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए रिटेन करती है तो मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी को लेकर स्थिरता आएगी। साल 2011 से 2015 तक वो चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा थे और उस दौरान उन्होंने ज़रूरत के मुताबिक बल्लेबाज़ी की थी। उनको टीम में रखने का सबसे बड़ा फ़ायदा ये है कि वो अच्छी बल्लेबाज़ी के साथ-साथ बेहतरीन फ़ील्डिंग करते हैं। चूंकि वो प्रोटियाज़ टीम के कप्तान भी हैं तो ऐसे में वो टीम के लिए अच्छे सलाहकार साबित हो सकते हैं।
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