आईपीएल अपने दो महीने के धमाकेदार खेल के बाद कल खत्म हो चुका है। ये लीग दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय लीग है। इस लीग ने क्रिस गेल और वॉट्सन जैसे स्टार खिलाड़ियों को बड़ी पहचान दिलाई है। साथ ही कई घरेलू खिलाड़ियों को आईपीएल के प्रदर्शन के बूते अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिला है। 80 के दशक के पुरानी यादों से जुड़े कुछ ऐसे खिलाड़ी जो इस लीग में खेलते तो लोग उन्हें काफी पसंद करते स्पोर्ट्सकीड़ा आपके लिए लाया है ये लिस्ट: विवियन रिचर्ड्स चौड़े कंधे और क़ातिलाना रौब, अपने ज़माने के विस्फोटक बल्लेबाज़ विवियन रिचर्ड्स इस फॉर्मेट के काफ़ी सफल खिलाड़ी साबित होते। उस ज़माने में वनडे में उनका स्ट्राइक रेट 90.02 था। जो आज भी किसी बल्लेबाज़ का वनडे में अच्छा स्ट्राइक रेट माना जाता है। मैदान पर उनकी मौजूदगी ही गेंदबाजों के लिए डर का सबब बनी रहती थी। उनकी टाइमिंग ग़ज़ब की थी साथ ही ताक़त, फ़िट्नेस और प्लेसमेंट कमाल का था। ऐसे में गेंदबाज़ उन्हें कहीं भी गेंद फेंकते वह उन्हें अपना मनचाहा शॉट ज़रूर खेलते। कुल मिलाकर टी-20 का प्रारूप उनका पसंदीदा खेल होता, जैसे गेल का है। वसीम अकरम वसीम अकरम को स्विंग का सुल्तान माना जाता है। उनके लिए चार ओवर प्रभाव डालने के लिए काफी थे। आउटस्वींग, इनस्वींग यॉर्कर और शॉर्ट बॉल उनके हथियार थे। जो किसी भी बल्लेबाज़ के नाक में दम कर सकते थे। अकरम की ख़ासियत थी कि वह किसी भी पिच पर गेंद को स्वींग करवा सकते थे। वह डेथ ओवर में कमाल के गेंदबाज़ साबित होते। मलिंगा की तरह पैरों में यॉर्कर गेंदें डालना उन्हें भी आता था। इसके आलावा वह एक अच्छे खासे बल्लेबाज़ भी थे। उन्होंने टेस्ट में 257 रन की पारी खेली थी। कपिल देव दुनिया के ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने 200 से अधिक वनडे खेला है और उनका स्ट्राइक रेट 95.07 से ज्यादा रही है। वे हैं कपिल देव, वीरेन्द्र सहवाग, शाहिद आफरीदी और एडम गिलक्रिस्ट। इसके आलावा वह भारत के बेहतरीन तेज गेंदबाज़ भी थे। बल्ले से वह मैच को कभी भी आपसे छीन सकते थे। ज़िम्बाब्वे का वह दुर्भाग्य ही था, जब 1983 में कपिल देव ने 175 रन ठोंक डाले थे। उनके अंदर ये क्षमता थी कि वह कभी भी गियर बदलकर रन जुटा सकते थे। साथ ही गेंदबाज़ी में वह कमाल की आउटस्वींग डालते थे। टी-20 में लोग उनके छक्का मारने की स्टाइल को खूब पसंद करते। साथ ही वह डेथ ओवर में बहुत अच्छे साबित होते। अब्दुल क़ादिर टी-20 फॉर्मेट में कलाई के स्पिनर खूब सफल रहे हैं। इसका उदहारण आईपीएल में अमित मिश्रा, युज़ुवेंद्र चहल, इमरान ताहिर हैं। यही वजह है कि पाकिस्तान के पूर्व लेगी अब्दुल कादिर कमाल कर सकते थे। उनकी गुगली बल्लेबाजों पर कहर बरपा सकती थी। 80 के दशक में कादिर पाकिस्तान के मुख्य स्पिन हथियार थे। इमरान खान ने उनसे बेहतरीन प्रदर्शन करवाया था। उनके अंदर पठानी आक्रमकता जन्म से थी। वह हमेशा आक्रमण करना पसंद करते थे। वह बीच के ओवरों में बेहतरीन बल्लेबाजों को चकमा दे सकते थे। क्रिस श्रीकांत 80 के दशक के श्रीकांत बगैर किसी शक के बेहतरीन भारतीय बल्लेबाज़ थे। श्रीकांत मैदान पर आक्रमण करने के इरादे से आते थे। उन्होंने अपने समय के बेहतरीन गेंदबाज़ी आक्रमण को तहस नहस कर दिया था। जिसमें वेस्टइंडीज भी आती थी। वह शार्ट बॉल को भी बखूबी खेलते थे। वह सहवाग की तरह स्टेडियम में भीड़ जुटा सकते थे। उनके हाथ बड़ी तेजी से चलते थे और उनका हैंड आई कोआर्डिनेशन गजब का था। ऐसे में वह इस टी-20 लीग में आक्रमक सलामी बल्लेबाजों में शामिल होते। लेखक: अयुष शाह, अनुवादक: मनोज तिवारी