अपने ऑल राउंड खेल से पिछले एक साल से एकदिवसीय मैचों में भारतीय टीम का अहम हिस्सा बन चुके जाधव टी20 मैचों में टीम के लिए कुछ खास नहीं कर पाए हैं। मध्यक्रम में नीचे आकर वो एकदिवसीय मैचों में तो छाप छोड़ चुके हैं लेकिन टी20 में जाधव ऐसा करने में असफल हो रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें बल्लेबाजी का ज्यादा मौका ही नहीं मिल पाता और अभी खेले अपने 9 मैचों में जाधव को मात्र 3 बार बल्लेबाजी का मौका मिला है। पिछले साल ज़िम्बाब्वे के खिलाफ उन्होंने अर्धशतक जमाया था, उसके अलावा पिछले सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुवाहाटी में उन्होंने 27 रनों की पारी खेली थी। इसके अलावा जाधव की फील्डिंग भी टी20 लायक नहीं है और उन्हें गेंदबाजी भी नहीं मिलती। इस तरह जाधव के पास टी20 मैचों में टीम को देने के लिए कुछ खास नहीं है इसलिए अब खेल के छोटे प्रारूप में उन्हें जगह मिलना मुश्किल ही दिखता है।