उमेश यादव के लिए ऐसा बोलना किसी हद तक सही नहीं होगा लेकिन इस बात पर भी ध्यान देना जरुरी है कि उन्होंने भारत के लिए अभी तक मात्र एक टी20 मैच खेला है और भविष्य में भी टीम में उनका स्थान बनता नहीं दिख रहा। हार्दिक पांड्या के तीसरे गेंदबाज के रूप में लगातार अच्छा प्रदर्शन और युवा मोहम्मद सिराज को टीम में जगह मिलने से यह साफ हो जाता है कि उमेश के लिए टी20 टीम में जगह नहीं है। अगर एकदिवसीय मैचों की बात करें तो आज भी अगर बुमराह और भुवनेश्वर में से कोई खेलने के लिए उपस्थित नहीं रहता है तो उमेश यादव को ही उनकी जगह मौका मिलेगा। दूसरी तरफ पिछले डेढ़ सालों में उमेश टेस्ट मैचों भारतीय टीम के सबसे प्रमुख तेज गेंदबाज बनकर उभरे हैं इसलिए अब टी20 में उन्हें जगह मिलना मुश्किल ही है।