टेस्ट सीरीज में दमदार प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम की इंग्लैंड के खिलाफ वन-डे सीरीज में बुरी गत हो गई। पाकिस्तान को मेजबान टीम से पांच मैचों की वन-डे सीरीज में 1-4 से शिकस्त झेलना पड़ी। वन-डे टीम के कप्तान अजहर अली की ख़राब प्रदर्शन के बाद काफी आलोचना होने लगी और अब उन्हें पद से हटाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। कई पूर्व खिलाड़ियों ने कहा है कि दाएं हाथ के बल्लेबाज को गलती से नियुक्त किया गया है। उनका खेल आधुनिक वन-डे क्रिकेट से मेल नहीं खाता है। जहां सरफराज खान को टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम की कमान मिलने की चर्चाएं जोरों पर हैं, वहीं हम आपको उन पांच खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो पाकिस्तान की वन-डे टीम की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाने के प्रबल दावेदार नजर आ रहे हैं। चलिए उन खिलाड़ियों के पर गौर करते हैं :
ऑलराउंडर इस सीरीज में पाकिस्तान की खोज माने जा रहे हैं जो गेंद व बल्ले से काफी प्रभावी प्रदर्शन कर रहे हैं। वह निचले मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हैं और टीम के लिए दो अर्धशतकीय परियां भी खेल चुके हैं। इससे पाकिस्तान टीम को काफी फायदा भी मिला। वह बल्ले से अपनी प्रतिभा दिखाने में जरा भी नहीं हिचकिचाते और साथ ही साथ शब्दों के बाण भी छोड़ते हैं। वह गेंद से भी काफी प्रभावी हैं और मध्य ओवरों में वह अपनी कसी हुई गेंदबाजी से बल्लेबाज को परेशान करने में कामयाब भी रहे हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सफल होने के लिए जरुरी सुधार भी दिखाया है जिससे नजर आता है कि चयनकर्ता उन्हें कप्तानी की जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। वह लंबी रेस के घोड़े नजर आ रहे हैं। 27 वर्षीय इमाद के पास कप्तानी का भी अनुभव हासिल है। वह 2008 में पाकिस्तान की अंडर-19 टीम के कप्तान थे। इसलिए उन्हें कप्तानी मिलने की पूरी उम्मीद है। वह निश्चित ही टीम का उज्जवल भविष्य नजर आ रहे हैं जो टीम को काफी आगे तक ले जा सकते हैं। #2) सरफराज अहमद विकेटकीपर बल्लेबाज को पाकिस्तान की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है। उन्हें टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम का कप्तान बनाया गया है और उनके फैसलों पर चयनकर्ताओं की बारीकी से नजरे भी गढ़ी हुई हैं। सरफराज संभवतः पाकिस्तान के एकमात्र खिलाड़ी हैं जिनका नाम क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में टीम लिस्ट में शामिल है। उन्होंने निरंतर बेहतर प्रदर्शन भी किया है और तीनों प्रारूपों में खेलने का उन्हें फायदा भी मिल सकता है। अगर टीम प्रबंधन टेस्ट क्रिकेट में मिस्बाह का विकल्प खोजते हैं तो सरफराज को यह जिम्मेदारी लेने से कोई नहीं रोक सकता। 29 वर्षीय सरफराज ने पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के उद्घाटन संस्करण में अपनी कप्तानी से क्रिकेट पंडितों को काफी प्रभावित किया है। उन्होंने टूर्नामेंट में कुएटा ग्लैडिएटर्स का नेतृत्व किया था। इसके आधार पर सरफराज को वन-डे टीम की कप्तानी सौंपी जा सकती है। #3) वहाब रियाज इतने वर्षों में पाकिस्तान के लिए गेंदबाज एक सफल कप्तान बनकर उभरे हैं। अपने समय में सरफराज नवाज़, इमरान खान, वसीम अकरम और वकार यूनिस का कप्तान के रूप में प्रदर्शन बेहतरीन रहा। अगर चयनकर्ताओं ने इतिहास पर गौर किया तो वहाब को टीम को आगे ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। वहाब का अनुभव भी उन्हें कप्तानी की दौड़ में आगे ले जाता है। वहाब एक आक्रामक तेज गेंदबाज हैं जिनका विश्वास चीजें पूरी करने पर है। और इसलिए कोई सुरक्षित तौर पर कह सकता है कि वह कड़े बयान देने में जरा भी नहीं हिचकिचाएंगे जिससे विरोधी टीम पर दबाव बनाने में पाकिस्तान टीम को मदद मिलेगी। पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी रमीज़ राजा पहले ही कह चुके हैं कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2015 विश्व कप में शानदार स्पेल करने वाले वहाब पाकिस्तान के कप्तान बन सकते हैं। विश्व कप के इस मैच के बाद रमीज़ ने कहा था, 'यह फैसला थोड़ा कड़ा हो सकता है क्योंकि पाकिस्तान ने किसी युवा खिलाड़ी को तैयार नहीं किया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैंने गौर किया कि वह कप्तान के रूप में धमाल मचा सकते हैं क्योंकि उन्होंने आक्रामकता, जुनून और भावनात्मक पक्ष जाहिर किया जिसकी पाकिस्तान क्रिकेट को पटरी पर लौटने के लिए बहुत जरुरत है।' क्या चयनकर्ता इतना बड़ा फैसला ले सकेंगे!! #4) यासिर शाह पाकिस्तान के लिए हाल के वर्षों में सबसे बड़ी सफलता लेग स्पिनर यासिर शाह का मैच विजयी खिलाड़ी के रूप में उभरना रही, विशेषतौर पर टेस्ट मैचों में। हालांकि उन्हें वन-डे क्रिकेट का भी किफायती गेंदबाज माना जाता है। चयनकर्ता भविष्य की सोचते हुए यासिर शाह को खिलाड़ी और सीमित ओवरों का कप्तान बनाकर बड़ा ब्रेक दे सकते हैं। शाह भी इस मौके को दोनों हाथों से भुनाने की जुगत में होंगे। यासिर शाह फिलहाल लाल और सफेद गेंद दोनों से बेहतरीन खेल दिखा रहे हैं और निश्चित ही चयनकर्ता जब कप्तान का चुनाव करेंगे तो वह जरुर इस गेंदबाज के बारे में विचार करेंगे। यासिर शाह मैच विजयी खिलाड़ी हैं और वह टीम में भी जीत की आदत डालने के लिए बेक़रार होंगे। #5) मोहम्मद हफीज हफीज को पहले भी कप्तान के रूप में आजमाया जा चुका है, लेकिन उनके नेतृत्व में परिणाम अच्छे नहीं रहे, जिसकी वजह से उन्हें इस पद से हाथ धोना पड़ गया। हालांकि, उन्हें अंतरिम तौर पर कप्तान के रूप में दोबारा नियुक्त किया जा सकता है बिलकुल वैसे ही, जैसे महेला जयवर्धने को श्रीलंका के लिए नियुक्त किया गया था। हफीज के पास अनुभव, टेम्परामेंट और टीम का नेतृत्व करने का कौशल मौजूद है। इसे देखते हुए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उन्हें दो-तीन वर्षों के लिए दोबारा मौका दे सकते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान वह युवा खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाकर उन्हें लंबे समय के लिए तैयार कर सकते हैं। क्या चयनकर्ता इस प्रक्रिया को अपनाकर हफीज की कप्तान के रूप में वापसी कराएंगे??