2003 में वनडे करियर की शुरुआत के बावजूद अमित मिश्रा अभी तक 50 वनडे मैच भी नहीं खेल सके हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने जौहर दिखा चुके इस अनुभवी लेग स्पिनर को टीम इंडिया स्थाई जगह नहीं दे पाई है। अगला वर्ल्ड कप इंग्लैंड में खेला जाना है और चैंपियन्स ट्रॉफी में इंग्लैंड की पिच पर टीम इंडिया के स्पिनर्स के निराशाजनक प्रदर्शन को देखते हुए, टीम आगामी विश्व कप में अपने इस अनुभवी गेंदबाज को मौका देने के बारे में सोच सकती है। अमित मिश्रा ने 14 सालों के करियर में अभी तक सिर्फ 34 अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच ही खेले हैं। वनडे मैचों में मिश्रा ने हर मैच में औसतन 2 विकेट लिए हैं और उनका इकॉनमी रेट 5 का रहा है। अगर आईपीएल के प्रदर्शन पर गौर करें तो मिश्रा सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं और वह सिर्फ लसिथ मलिंगा से पीछे हैं। यह मिश्रा का दुर्भाग्य ही तो है कि अक्टूबर 2016 में खेले गए वनडे मैच में महज 18 रन देकर 5 विकेट लेने के बावजूद भी, उन्हें तब से अभी तक किसी एकदिवसीय मैच में मौका नहीं दिया गया। रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा से बेहतर वनडे रैंकिंग होने के बावजूद भी इस 34 वर्षीय अनुभवी लेग स्पिनर को चैंपियन्स ट्रॉफी में टीम से बाहर रखा गया।