5 खिलाड़ी जिन्होंने वन-डे क्रिकेट में 10 हजार रन बनाए और 100 विकेट लिए

वन-डे क्रिकेट में बदलते नियमों से आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप को लेकर अब पहले जैसा उत्साह नहीं रहता है। अब इस फॉर्मेट में सभी रिकॉर्ड्स आसानी से बन-बिगड़ रहे हैं। इसके बावजूद ये खेल अब कम दिलचस्प हुआ है। आज के समय में 10 हजार रन बनाना कठिन है, लेकिन 100 विकेट लेना आसान है। हालांकि पहले भी ऐसा हुआ है और आज भी हो रहा है। लेकिन दोनों उपलब्धि किसी एक खिलाड़ी के नाम हो बहुत ही दुर्लभ बात होगी। वास्तव में अभी ऐसा करने में सिर्फ 5 खिलाड़ी ही सफल हुए हैं। यहां हम उनकी लिस्ट आपके सामने पेश कर रहे हैं, जिन्होंने वन-डे क्रिकेट में 10 हजार रन बनाए और 100 विकेट लेने का कारनामा किया: #5 तिलकरत्ने दिलशान t-dilshan-1472552722-800 इस क्लब के सबसे नए सदस्य श्रीलंका के धाकड़ बल्लेबाज़ तिलकरत्ने दिलशान हैं जिन्होंने हाल ही में संन्यास लिया है। पाकिस्तान के खिलाफ अपने 10 हजार रन पूरे करने के बाद दिलशान दुनिया के 11वें ऐसे क्रिकेटर बने थे। जिन्होंने ये कारनामा किया। साथ ही वह श्रीलंका के चौथे बल्लेबाज़ बने। इसके अलावा दिलशान के नाम 100 विकेट भी दर्ज हैं। इसलिए वह ऐसा करनामा करने वाले दुनिया के 5वें खिलाड़ी बन गये। हालाँकि इससे पहले ये उपलब्धि कई बड़े खिलाड़ियों के नाम दर्ज हैं। जिनसे इनका गेंदबाज़ी औसत काफी खराब है। हालाँकि दिलशान ने 330 मैच में 10,290 रन बनाये हैं। जहाँ उनका औसत 40 रहा है और उन्होंने 45.07 के औसत से 106 विकेट भी लिए हैं। हालाँकि ऐसा करने वाले वह श्रीलंका के दूसरे खिलाड़ी हैं। #4 सौरव गांगुली dada sk सौरव गांगुली की सिर्फ एक बात पर ही आलोचना की जा सकती है। वह टेस्ट क्रिकेट में अपनी क्षमता के हिसाब से नहीं खेल पाए थे। लेकिन सीमित ओवर के खेल में गांगुली बतौर कप्तान और बल्लेबाज़ काफी आक्रामक खिलाड़ी थे। वनडे में वह भारत के बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। गांगुली मध्यम गति के गेंदबाज़ भी थे और कई बार वह गेंद से काफी उपयोगी साबित हुए हैं। हालाँकि वह कोई बहुत तेज गेंदबाज़ नहीं थे, लेकिन आज के जमाने की सारी तरकीबें उन्हें आती थीं। वनडे में उन्होंने 100 विकेट और 11 हजार रन बनाये थे। गांगुली ने जब क्रिकेट को अलविदा कहा तब उन्होंने 311 मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने 41 के औसत से 11,363 रन और 100 विकेट लिए थे। #3 जैक्स कैलिस j-kallis-1472552673-800 क्रिकेट के बेहतरीन आलराउंडरों में से एक जैक्स कैलिस दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट के चट्टान माने जाते थे। वह बड़े प्रारूप के बेहतरीन खिलाड़ी थे ही साथ ही वह वनडे में काफी सफल रहे थे। वास्तव में कैलिस ने वनडे में 11,500 रन और 250 विकेट लिए थे। वह इस फॉर्मेट के सबसे सफल आलराउंडर थे। शीर्ष क्रम में बल्लेबाज़ी करना और टीम के लिए जरुरी समय पर विकेट निकालना, कैलिस को बखूबी आता था। उनके आलोचक उनकी आलोचना उनकी धीमी बल्लेबाज़ी को मानते थे। क्योंकि इस वजह से उनकी टीम हार जाती थी। कालिस ने 328 मैचों में 44.273 के औसत से 11,579 रन और 30 के औसत से 273 विकेट लिए थे। इस लिस्ट में शामिल होने वाले वह एक मात्र गैर एशियाई खिलाड़ी हैं। #2 सनथ जयसूर्या jayasuriya-1472552633-800 दो दशक तक क्रिकेट की दुनिया में राज करने वाले सनथ जयसूर्या ने वह कारनामा कर दिखाया जो बाकी क्रिकेटर नहीं कर पाए। अपने करियर के पहले दशक में वह बतौर गेंदबाज़ ज्यादा प्रभावी थे। लेकिन उनके करियर का अंत एक खतरनाक सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर हुआ। उन्होंने कई बार अपने करियर में आलोचकों को गलत साबित करके वापसी की है। उन्होंने खुद को एक गेंदबाज़ से बदलकर विस्फोटक सलामी बल्लेबाज़ बना डाला। जिसने अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। वह रन भी बनाते थे और विकेट भी लेते थे। 445 मैचों में जयसूर्या ने 13,430 रन और 323 विकेट लिए थे। जयसूर्या से ज्यादा सिर्फ तीन खिलाड़ियों ने रन बनाये थे। जबकि वह ऐसे के मात्र खिलाड़ी जिन्होंने 13 हजार के करीब रन और 300 से अधिक विकेट लिए हैं। #1 सचिन तेंदुलकर srt-1472552613-800 क्रिकेट में सभी रिकॉर्ड सचिन के नाम से होकर गुजरते हैं। किसी ने उनसे ज्यादा मैच नहीं खेले हैं, न ही रन बनाये हैं, न ही शतक और अर्धशतक बनाये हैं और न ही किसी ने उनके जितनी वनडे में गेंदें खेली हैं। ऐसे में इस लिस्ट में उनका होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। हालाँकि सचिन मुख्य तौर पर शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ थे। लेकिन कई दफे टीम की जरूरत को पूरा करने के लिए उन्होंने गेंद भी संभाली। उन्होंने वनडे में 150 विकेट भी लिए हैं। हालाँकि उनका औसत नहीं अच्छा है। लेकिन जब वह शतक नहीं बना पाते थे, तो अहम विकेट ही ले लेते थे। सचिन ने 463 वनडे मैचों में 44.83 के औसत, 49 शतक और 96 अर्धशतक के साथ 18,426 रन बनाये थे। इसके अलावा उन्होंने 154 विकेट भी लिए थे। जिस वजह से उन्हें इस लिस्ट में भी जगह मिल गयी।