इंडिया A जुलाई में एक त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला के लिए दक्षिण अफ्रीका का दौरा करेगी। टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बेनोनी और पॉचेफस्ट्रूम में दो चार-दिवसीच मैच भी खेलेगी। टीम में ऋषभ पंत, युजवेंद्र चहल और मनीष पांडे जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी, उनके लिए अच्छा संकेत है। यह सीरीज खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय चयनकर्ताओं की नजर में आने का सुनहरा मौका है। पहले भी कई ऐसे बड़े खिलाड़ी रह चुके हैं, जिन्होंने A टीम से खेलते हुए अपने अच्छे प्रदर्शन के बल पर टीम इंडिया में जगह बनाई। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही बेहतरीन खिलाड़ियों के बारे में: #5 करुण नायर करुण नायर के टेस्ट करियर की शुरुआत किसी ऐतिहासिक कहानी से कम नहीं, क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले ही शतक को तिहरे शतक में तब्दील कर दिया था। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। आईपीएल में भी नायर का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। ऑस्ट्रेलिया A और दक्षिण अफ्रीका A के भारत दौरे पर नायर बतौर उपकप्तान टीम की अगुआई कर चुके हैं। यह त्रिकोणीय श्रृंखला चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेली गई थी। नायर तो कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके थे, लेकिन टीम ने फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को हराकर सीरीज जरूर जीत ली थी। #4 हार्दिक पांड्या करियर की शुरुआत के साथ ही हार्दिक पांड्या सीमित आवरों के खेल में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन कर रहे हैं। गेंद और बल्ले दोनों ही के साथ अच्छे प्रदर्शन की क्षमता रखने वाले हार्दिक टीम इंडिया के सामने एक किफायती ऑल-राउंडर का उपयुक्त विकल्प पेश करते हैं। गुजरात में पैदा हुए इस युवा खिलाड़ी ने 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 मैच से अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की और फिर साल के अंत में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे करियर की। अक्टूबर में अपने पहले अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच से पहले हार्दिक उसी साल ऑस्ट्रेलिया दौरे में इंडिया A हिस्सा भी रह चुके थे। सीरीज में हार्दिक ने 15.66 के औसत के साथ 7 एकदिवसीय मैचों में 47 रन जोड़े थे और 5 विकेट हासिल किए थे। पांड्या एक अच्छे हिटर हैं और क्रिकेट जगत उनकी इस क्षमता की काफी तरीफ भी करता रहा है। पांड्या टीम इंडिया के बैटिंग लाइन-अप को और सशक्त बनाते हैं। #3 मनीष पांडे मनीष पांडे अभी युवा हैं और खुद को साबित करने के लिए उनके पास पर्याप्त समय है। वह खुद को मध्यक्रम के एक भरोसेमंद बल्लेबाज के तौर पर प्रस्तुत कर चुके हैं। 12 मैचों में 43.50 का वनडे औसत पांडे के एक भरोसेमंद और प्रतिभावान खिलाड़ी होने की गवाही देता है। उत्तराखंड से आने वाले इस क्रिकेटर ने भी राष्ट्रीय टीम में आने से पहले इंडिया A का प्रतिनिधित्व किया है। पांडे 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे में इंडिया A का हिस्सा थे। सीरीज में पांडे ने चार मैचों में 29.75 के औसत के साथ 119 रन बनाए थे, जिसमें साउथ अफ्रीका के खिलाफ 91 रनों की मैच जिताने वाली पारी भी शामिल थी। 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ पांडे ने अंतरराष्ट्रीय वनडे करियर की शुरुआत की। #2 रोहित शर्मा वनडे इतिहास में रोहित शर्मा एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं, जिनके नाम पर दो दोहरे शतक हैं। इस दाएं हाथ के बल्लेबाज की टीम इंडिया के ओपनर के तौर पर अपनी खास जगह है। शर्मा ने लिस्ट A करियर की शुरुआत 2006 में की थी और उन्हें उसी साल न्यूजीलैंड के खिलाफ इंडिया A से खेलने का मौका मिला था। रोहित ने ऑस्ट्रेलिया A, पाकिस्तान A और न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच खेले, जिसमें उन्होंने 32.50 रनों के औसत के साथ 65 रन बनाए। शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 2007 टी-20 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ भारत के सुपर-8 मैच से की थी। तब से लगातार रोहित टीम इंडिया के एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में खुद को साबित करते आए हैं। #1 महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के मिस्टर कूल क्लास, आक्रामकता और गंभीरता के अभूतपूर्व समन्वय की मिसाल हैं। धोनी ने 2004 में केन्या दौरे पर हुई त्रिकोणीय श्रृंखला में टीम A का प्रतिनिधित्व किया था। यह सीरीज ही धोनी के करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई। इसमें धोनी ने पाकिस्तान A के खिलाफ दो शतक जड़े थे। धोनी के इस प्रदर्शन ने ही उन्हें टीम इंडिया में जगह दिलाई और उसके बाद से इस दिग्गज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।