टीम इंडिया के मिस्टर कूल क्लास, आक्रामकता और गंभीरता के अभूतपूर्व समन्वय की मिसाल हैं। धोनी ने 2004 में केन्या दौरे पर हुई त्रिकोणीय श्रृंखला में टीम A का प्रतिनिधित्व किया था। यह सीरीज ही धोनी के करियर का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई। इसमें धोनी ने पाकिस्तान A के खिलाफ दो शतक जड़े थे। धोनी के इस प्रदर्शन ने ही उन्हें टीम इंडिया में जगह दिलाई और उसके बाद से इस दिग्गज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
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