ऐसा माना जाता है कि केदार जाधव को बतौर क्रिकेटर ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जा सका है। वह घरेलू स्तर पर अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम में जगह नहीं पक्की कर पाए हैं। साथ ही उन्होंने मिले मौके पर टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन भी किया है। साल 2015 में वह तब चर्चा का विषय बन गये जब उन्होंने “भारत ए” की तरफ से खेलते हुए ज़िम्बाब्वे के खिलाफ शतक बना दिया। भारत का स्कोर एक समय 82 रन पर चार विकेट था। तभी जाधव मैदान पर पहुंचे और उन्होंने शतक बनाया। टीम ने 5 विकेट खोकर 276 रन का लक्ष्य खड़ा किया। उसके बाद भारत ने ये जीत लिया। उनकी इस पारी में स्मार्टनेस, आक्रामकता और इनोवेशन देखने को मिला जो उन्हें मध्यक्रम का अच्छा बल्लेबाज़ बना देता है। हालाँकि तब से वह टीम से बाहर चल रहे हैं। इस बार वह रिजर्व विकेटकीपर के तौर पर टीम के साथ गये हुए हैं।