क्रिकेट के खेल में किसी गेंदबाज़ का हैट्रिक लगाना एक बड़ी उपलब्धि माना जाता है। जैसे-जैसे ये खेल बल्लेबाजों के फ्रेंडली होता जा रहा है, अगर कोई गेंदबाज़ हैट्रिक लेता है। तो वह अपने आप में एक बहुत बड़ा सम्मान है। क्योंकि आज के समय में तीन गेंदों पर तीन विकेट लेना बहुत कठिन काम है। इन सबके बावजूद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट बहुत सी हैट्रिक बनते हुए देखा गया है। लेकिन कुछ हैट्रिक और विशेष हो जाती हैं, जब गेंदबाज़ अपने डेब्यू में हैट्रिक लेता है। ये वास्तव में क्रिकेट में आगमन करने का बहुत ही शानदार तरीका है। इससे गेंदबाज़ का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर पहुँच जाता है। साथ ही उसे समर्थक हाथों-हाथ लेते हैं। यहाँ हम आपको 5 ऐसे क्रिकेटरों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने अपने पदार्पण अंतर्राष्ट्रीय मैच में हैट्रिक बनाई: #1 मौरिस एलोम क्रिकेट इतिहास का सबसे बेहतरीन रिकॉर्ड मौरिस जेम्स कैरिक एलोम के नाम है। वह पहले ऐसे गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने अपने डेब्यू मैच में हैट्रिक लगाई और मात्र 5 टेस्ट मैच तक ही उनका करियर चल पाया। इंग्लैंड के दायें हाथ के इस तेज गेंदबाज़ ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 1929-30 में क्राइस्टचर्च के लंकास्टर पार्क में खेले गये इस मैच की पहली पारी में बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए हैट्रिक बनाई थी। उन्होंने टॉम लोवरी को LBW, केन जेम्स को विकेट के पीछे कैच और टेड बैडकॉक को बोल्ड किया था। एलोम का कद 6 फीट 6 इंच था। जो उन्हें गेंद पर अच्छी पकड़ के साथ-साथ तेज फेंकने में मदद करता था। उन्होंने अपने 8वें ओवर में 5 गेंदों में 4 विकेट लिए थे। इस तरह से वह ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। उसके बाद क्रिस ओल्ड और वसीम अकरम ऐसा करने में कामयाब रहे थे। लसिथ मलिंगा ने भी वनडे में 4 गेंदों में 4 विकेट लिए थे। #2 पीटर पैट्रिक पीटर पैट्रिक ने पाकिस्तान के खिलाफ 1976 में हैट्रिक लगाकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना आगाज किया था। लाहौर में हुए इस मैच में आसिफ इक़बाल, डेब्यू कर रहे जावेद मियांदाद जो बाद में पाक टीम के कप्तान और कोच भी बने और वसीम राजा हैट्रिक में शामिल थे। आउट होने से पहले मियांदाद ने 5वें विकेट के लिए 281 रन की साझेदारी भी की थी। वसीम राजा के बाद इन्तिखाब आलम भी आउट हो गये थे। जिसमें पैट्रिक ने राजा का बेहतरीन कैच पकड़ा था, क्योंकि वह अच्छे फील्डर नहीं माने जाते थे। इस तरह से पैट्रिक पहले कीवी खिलाड़ी थे, जिन्होंने हैट्रिक बनाई थी। उसके बाद जेम्स फ्रेंक्लिन दूसरे कीवी खिलाड़ी बने। हालाँकि उन्हें इस पारी में और कोई विकेट नहीं मिला था। इसके अलावा उन्होंने 6 टेस्ट मैचों में मात्र 16 विकेट लिए थे। इस तरह एक बेहतरीन डेब्यू करने वाला खिलाड़ी महानता को नहीं छू पाया जिसकी लोगों ने उनसे आशा की थी। #3 डेमियन फ्लेमिंग ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच 1994-95 में रावलपिंडी में मैच हो रहा था। डेमियन फ्लेमिंग जो इस मैच के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम रेगुलर सदस्य हो गया था। उन्होंने अपनी आउटस्विंगर से प्रभावित करते हुए हैट्रिक बनाकर ऑस्ट्रेलिया के युवा गेंदबाज़ बन गये थे। मैच के अंतिम दिन ड्रॉ की ओर बढ़ रहे टेस्ट में फ्लेमिंग ने जान फूंक दी। उन्होंने अपने 23वें ओवर की अंतिम दो गेंदों में लगातार दो विकेट आमेर मलिक को बेवन के हाथों कैच करवाया और इंजमाम को एलबीडब्लू कर दिया। उसके बाद अपने 24वें ओवर की पहली ही गेंद पर फ्लेमिंग ने सलीम मलिक को विकेटकीपर इयान हीली के हाथों कैच करवाकर अपनी हैट्रिक पूरी की। फ्लेमिंग इसी के साथ तीसरे ऐसे खिलाड़ी बने जिसने अपने डेब्यू टेस्ट में हैट्रिक ली। उनके सतही खिलाड़ी जो एंजेल ने उन्हें उठाकर जिस तरह से यादगार ख़ुशी मनायी वह आज भी सबको याद है। #4 तैजुल इस्लाम बांग्लादेश के गेंदबाज़ तैजुल इस्लाम ने अपने डेब्यू वन्दे में हैट्रिक लेकर रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया था। इसके अलावा ऐसे पहले क्रिकेटर भी जिसने टेस्ट और वनडे दोनों में हैट्रिक बनायी है। उन्होंने अपने चौथे टेस्ट में हैट्रिक लिया था। ज़िंबाबवे के खिलाफ उन्होंने 7 ओवर में 11 रन देकर 4 विकेट लिए थे। बांग्लादेश ने इस सीरिज को 5-0 से जीता था। तैजुल रूबल हुसैन की जगह पर 27वां ओवर फेंकने आये थे। और उन्होंने सोलोमन मिरे को एलबीडब्ल्यू किया। उसके बाद उन्होंने टीनशे पन्यांगारा को बोल्ड करके अपनी हैट्रिक पूरी की थी। उन्होंने 27वें ओवर की आखिरी गेंद पर पहला विकेट और उसके बाद 28वें ओवर की पहली दो गेंदों पर उन्हें 2 विकेट मिले और उनकी इस तरह से हैट्रिक पूरी हुई थी। जॉन न्युम्बू एलबीडब्ल्यू और टेंडाई छतारा बोल्ड आउट हुए थे। इस्लाम ऐसा करने वाले चौथे बांग्लादेशी गेंदबाज़ बने थे। इससे पहले शहादत हुसैन, अब्दुर रज्जाक और रूबल हुसैन ने हैट्रिक लिए थे। #5 कगिसो रबादा कगिसो रबादा ने भी इस क्लब को ज्वाइन किया है। उन्होंने अपने पहले वनडे में बांग्लादेश के खिलाफ हैट्रिक ली थी। साथ ही वह ऐसा करने वाले क्रिकेट इतिहास के पांचवें गेंदबाज़ बने। डा दक्षिण अफ्रीका के तीसरे गेंदबाज़ हैं जिसने हैट्रिक लगायी है। इससे पहले चार्ल्स लैंगवेल्ट ने वेस्टइंडीज के खिलाफ और जेपी डुमिनी ने श्रीलंका के खिलाफ हैट्रिक बनाई है। इसके अलावा रबादा हैट्रिक लगाने वाले दुनिया के चौथे सबसे युवा गेंदबाज़ हैं। दिलचस्प बात ये है कि इस हैट्रिक की वजह से बांग्लादेश के शुरू के चार बल्लेबाजों में से 3 जीरो पर आउट हो गये थे। चयनकर्ताओं ने अनुभवी मोर्कल की जगह 20 वर्षीय रबादा को टीम में शामिल किया था। तमीम इक़बाल इस हैट्रिक में बोल्ड हुए थे। लिट्टन दास को बेह्रादीन ने कैच किया था। इसके बाद महमुदुल्लाह को रबादा ने एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया था। रबादा ने इस मैच में 16 रन देकर 6 विकेट लिये और इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मखाया एंटिनी के 22 रन देकर 6 विकेट वाले रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। ये किसी दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। लेखक: रॉय सुवरा, अनुवादक: जितेंद्र तिवारी