बीसीसीआई की सीनियर सेलेक्शन कमेटी ने बैंगलौर में अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ होने वाले इकलौते टेस्ट के लिए टीम इंडिया का चयन किया जो 14 जून से बैंगलोर में खेला जाएगा। इसके अलावा आयरलैंड और इंग्लैंड दौरे के लिए वनडे और टी-20 टीम भी चुनी गई। अगर वनडे में चुने गए खिलाड़ी को देखेंगे तो ये पाएंगे कि एक मज़बूत टीम तैयार हो गई है। इस वनडे टीम के चयन के बाद कुछ खिलाड़ियों को निराशा हुई होगी क्योंकि इन खिलाड़ियों ने घरेलू सर्किट में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन वो इंग्लैंड दौरे की वनडे टीम में शामिल नहीं हो पाए। हम यहां उन 5 खिलाड़ियों को लेकर चर्चा कर रहे हैं जो वनडे टीम में शामिल न पाने की वजह से निराश हुए होंगे।
#5 मनोज तिवारी
बंगाल के इस बल्लेबाज़ ने आख़िरी बार साल 2015 में टीम इंडिया के लिए मैच खेला था। उनका मौजूदा आईपीएल सीज़न में प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा है, लेकिन विजय हजारे ट्रॉफ़ी में उन्होंने शानदार खेल दिखाया है। इस टूर्नामेंट के 6 मैच में उन्होंने 109.33 की औसत से 328 रन बनाए थे। अंबाती रायुडू का टीम इंडिया में चयन इस बात का सबूत है कि राष्ट्रीय चयनकर्ता टीम में खिलाड़ियों को शामिल करने के लिए उनकी उम्र को तरजीह नहीं देते हैं। ऐसे में मनोज को और मेहनत करनी चाहिए, अगर एक और टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा तो उनके लिए वनडे के द्वार खुल जाएंगे।
#4 अक्षर पटेल
गुजरात के ऑलराउंडर का नाम चयन से पहले चर्चा में था, लेकिन उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया। गेंदबाज़ी की ज़िम्मेदारी युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव दी गई है। इसके अलावा फिरकी गेंदबाज़ के तौर पर वॉशिंग्टन सुंदर को शामिल किया गया है। 24 साल के इस खिलाड़ी को आख़िरी बार साल 2017 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ टीम इंडिया में शामिल किया गया था। इस साल आईपीएल में किंग्स XI पंजाब की तरफ़ से उन्होंने कुछ ख़ास कमाल नहीं किया है। विजय हजारे ट्रॉफ़ी में भी वो अपना प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। हांलाकि अक्षर डरहम टीम की तरफ़ से अगस्त महीने में काउंटी क्रिकेट खेलेंगे जिससे उन्हें लय में वापस आने का मौका मिल सकता है।
#3 सूर्यकुमार यादव
मुंबई के बल्लेबाज़ सूर्यकुमार यादव पिछले कुछ महीने से बल्ले से शानदार खेल दिखा रहे हैं। वनडे और टी-20 में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। इस आईपीएल सीज़न में उनका जलवा देखने लायक है। वो इस आईपीएल की एक बेहतरीन खोज हैं। हाल की विजय हजारे ट्रॉफ़ी में इस दाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने 7 मैच में 60 की औसत से कुल 364 रन बनाए थे। मौजूदा आईपीएल सीज़न में उन्होंने मुंबई इंडियंस की तरफ़ से खेलते हुए यादव ने अब तक 12 मैच में 47.41 की औसत और 129.58 की स्ट्राइक रेट से कुल 473 रन बनाए हैं। इस आईपीएल में सबसे ज़्यादा रन बनाने के मामले में टॉप 10 में चल रहे हैं। अगर वो अपना फ़ॉम यूं ही बरक़रार रख पाए तो भविष्य में वो टीम इंडिया के अहम खिलाड़ी बन सकते हैं।
#2 ऋषभ पंत
दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के ऋषभ पंत फ़िलहाल शानदार फ़ॉम में चल रहे हैं। विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में उन्होंने 7 मैच में 266 रन बनाए थे। मौजूदा आईपीएल सीज़न में उन्होंने अब तक 12 मैच में 52.90 की औसत और 179.62 की स्ट्राइक रेट से कुल 582 रन बनाए हैं। इस आईपीएल में वो रन बनाने के मामले में सबसे आगे हैं और ऑरेंज कैप के प्रबल दावेदार हैं। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे टीम के चयन में अनुभवी दिनेश कार्तिक को युवा ऋषभ पंत से ऊपर तरजीह दी गई है। इंग्लैंड के दौरे के बाद भारत को अपने घर में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ सीरीज़ खेलना है, ऐसे में ऋषभ पंत को मौका मिल सकता है। पंत को भविष्य का धोनी बताया जा रहा है।
#1 मयंक अग्रवाल
कर्नाटक के बल्लेबाज़ मयंक अग्रवाल के लिए इससे बड़ी निराशा की बात और क्या होगी कि उनको भारतीय वनडे टीम में शामिल नहीं किया गया। ये ग़ौर करने वाली बात है कि विजय हजारे ट्रॉफ़ी के 8 मैच में उन्होंने 80 की औसत से 723 रन बनाए थे, ऐसे में उनको मौका न दिया जाना हैरान करता है। जो बात उनके ख़िलाफ़ चली गई वो ये है कि मयंक इस साल किंग्स XI पंजाब की तरफ़ से खेलते हुए आईपीएल में कमाल दिखाने में नाकाम रहे हैं, फिर भी 50 ओवर के खेल में उनको मौका दिया जा सकता था। कई क्रिकेट पंडितों ने का था कि निदहास ट्रॉफ़ी में उन्हें शामिल किया जाना चाहिए था। अगर इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेल पाते तो शायद वो ख़ुद को साबित कर पाते। मयंक को अब भविष्य के लिए और मेहनत करनी होगी। लेखक – शंकर नारायण अनुवादक – शारिक़ुल होदा