IPL 2018: 5 खिलाड़ी जो मुंबई इंडियंस के लिए छुपे रुस्तम साबित हो सकते हैं

क्रिकेट का जेंटलमैन गेम कई दफ़ा काफ़ी ज़ालिम हो जाता है भले आपने इस खेल के लिए कितनी भी क़ुर्बानियां क्यों न दी हों। खिलाड़ी हर मैच में ख़ुद को साबित करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। कई बार काफ़ी हुनर होने के बावजूद कुछ खिलाड़ियों को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। किसी भी अन्य खेल की तरह क्रिकेट में भी मौका गंवाना एक बड़ी भूल बन सकती है। हर टीम में कई खिलाड़ी ऐसे होते हैं जिनकी शोहरत काफ़ी ज़्यादा होती है। इसके अलावा कुछ ऐसे भी खिलाड़ी होते हैं जिन्हें कम आंका जाता है लेकिन वो उम्मीद से कहीं बेहतर खेल दिखाते हैं। हम यहां मुंबई इंडियंस के उन 5 खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जिनसे उम्मीदें तो बहुत ज़्यादा नहीं हैं लेकिन वो छिपे रुस्तम साबित हो सकते हैं।

#1 राहुल चहर

18 साल के लेग स्पिन गेंदबाज़ राहुल चहर पिछले आईपीएल सीज़न में राइज़िंग पुणे सुपरजायंट के लिए खेल चुके हैं। उन्होंने हाशिम अमला और ब्रेंडन मैकुलम जैसे बड़े खिलाड़ियों को पैवेलियन की राह दिखाई थी। उन्हें इंग्लैंड अंडर-19 टीम के ख़िलाफ़ अंडर-19 टीम इंडिया में शामिल किया गया था। इंग्लैंड में उन्होंने 10 विकेट हासिल किए थे। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी के 4 मैच में उन्होंने 6 विकेट हासिल किए थे। चहर ने 6 टी-20 मुक़ाबले में 6.95 की औसत से 8 विकेट हासिल किए हैं। वो इस साल की अंडर-19 वर्ल्ड कप की भारतीय टीम का हिस्सा नहीं बन पाए थे जिसकी वजह से उन्हें निराश होना पड़ा था। हांलाकि पुरानी बातों को भूलते हुए वह मुंबई इंडियंस टीम के लिए धमाल मचाने को पूरी तरह तैयार हैं।

#2 सौरभ तिवारी

बाएं हाथ के खिलाड़ी सौरभ तिवारी फ़िलहाल झारखंड टीम में मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ की भूमिका अच्छी तरह निभा रहे हैं। वो साल 2008 के आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप में चैंपियन टीम इंडिया का हिस्सा थे। उन्होंने अंडर-19 और रणजी टीम में शानदार खेल दिखाया था जिसकी बदौलत मुंबई इंडियंस ने उन्हें आईपीएल के पहले 3 सीज़न के लिए अपनी टीम में शामिल किया था। साल 2010 के आईपीएल सीज़न में उन्होंने अंडर-23 प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट का ख़िताब जीता था। उन्होंने उस साल 16 मैच में 29 की औसत और 135.59 के स्ट्राइक रेच से 419 रन बनाए थे। इसके बाद वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली डेयरडेविल्स और राइज़िंग पुणे सुपरजायंट टीम का हिस्सा रहे हैं और मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ की भूमिका निभाई। हांलाकि वो बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए लेकिन उन्होंने कुछ अहम पारियां खेलीं। साल 2016 में राइज़िंग पुणे सुपरजायंट की तरफ़ से खेलते हुए उन्होंने 2 अहम अर्ध शतक लगाए। पिछले साल वो एक बार फिर मुंबई इंडियंस टीम में शामिल किए गए, लेकिन वो सिर्फ़ एक ही मैच खेल पाए और उस मैच में सौरभ ने अर्ध शतक लगाया था। सौरभ के पास आईपीएल का अच्छा ख़ासा तजुर्बा है जिसका फ़ायदा वो इस सीज़न में उठा सकते हैं, वो मुंबई के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं।

#3 अकिला धनंजया

श्रीलंकाई क्रिकेट ने दुनिया को कई बेहतरीन स्पिन गेंदबाज़ दिए हैं अकिला धनंजया उनमें से एक हैं। धनंजया की ख़ास बात ये है कि वो प्रथम श्रेणी, लिस्ट ए, टी-20 अंतरराष्ट्रीय और अंडर-19 टीम का हिस्सा रह चुके हैं। साल 2014 में महेला जयवर्धने और ग्राहम फ़ोर्ड ने नेट प्रैक्टिस सेशन के दौरान साल 2011 धनंजया को खोज निकाला था। साल 2012 में उन्हें अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका मिला, लेकिन वो पहले ही मैच में ही चोटिल हो गए थे। उन्होंने इसके 5 साल बाद श्रीलंकाई टीम में वापसी की। भारत के ख़िलाफ़ मैच में उन्होंने 54 रन देकर 6 विकेट हासिल किए थे जिसकी वजह से वो एक बार फिर चर्चा में आ गए थे। धनंजया ने अपने पहले टेस्ट मैच में 44 रन देकर 8 विकेट हासिल किए थे। इस ऑफ़ स्पिनर की गेंदबाज़ी में विविधता देखी जा सकती है जो सीमित ओवर के खेल के लिए बेहद ज़रूरी है। इसके अलावा वो एक अच्छे पुछल्ले बल्लेबाज़ की भी भूमिका निभाते हैं।

#4 अनुकूल रॉय

भारत में कई ऐसे राज्य हैं जहां क्रिकेट अपने वजूद की लड़ाई लड़ रहा है, बिहार उन में से एक है। हांलाकि इस परेशानी के बावजूद बिहार के बेटे अनुकूल रॉय ने हार नहीं मानी और मेहनत करते रहे। ये उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि वो आज मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा है। उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने साल 2018 की आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप ट्रॉफ़ी जीती थी। इस टूर्नामेंट में वो संयुक्त रूप से सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने थे। कोच राहुल द्रविड़ ने उन पर भरोसा करते हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम में शामिल किया था और वो इस भरोसे पर खरे उतरे। इस वर्ल्ड कप में उन्होंने 9.07 की औसत और 3.84 के स्ट्राइक रेट से 6 मैच में 14 विकेट हासिल किए थे। उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 33 और दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 28 रन बनाए थे। इसी हरफ़नमौला खेल की वजह से रॉय की तुलना रवींद्र जडेजा से की जाती है। उनके पास इस आईपीएल सीज़न में ख़ुद को साबित करने का पूरा मौका है।

#5 तजिंदर सिंह

मुंबई इंडियंस जैसी कामयाब टीम का हिस्सा बनना 25 साल के तजिंदर सिंह के लिए किसी सपने के सच होने जैसा है। वो पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जो रणजी से सीधे मुंबई इंडियंस टीम में शामिल हुए हैं। उन्हें अंडर-19 और अंडर-23 टीम में अब तक मौका नहीं मिल पाया है। तजिंदर ने पिछले साल रणजी ट्रॉफ़ी में डेब्यू किया था जहां दूसरे ही दिन उन्होंने शानदार शतक लगाया था। हाल में हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी में उन्होंने 17 गेंदों में 43 रन की ज़बरदस्त पारी खेली थी और अपनी टीम को फ़ाइनल में पहुंचाया था। तजिंदर ने इस टूर्नामेंट में 150 की स्ट्राइक रेट से 198 रन बनाए थे, इसके अलावा उन्होंने 6.69 की इकॉनमी रेट से 8 विकेट भी हासिल किए थे। उन्होंने ये साबित किया है कि वो मुश्किल वक़्त में भी शानदार खेल दिखा सकते हैं। वो जिस तरह के फ़ॉर्म में चल रहे हैं उससे ऐसा लगता है कि अगर उन्हें मौक़ा मिला तो वो इस सीज़न में मुंबई टीम के लिए मैच विनर साबित हो सकते हैं। लेखक – आलेख अनुवादक – शारिक़ुल होदा