टीम इंडिया में समय समय पर कई महान कप्तानों ने अपनी सेवाएं दी हैं। कपिल देव, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सौरव गांगुली और एमएस धोनी ने टीम को नई ऊँचाइयाँ देने का काम किया है।
वर्तमान में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपनी बल्लेबाज़ी और नेतृत्व क्षमता से सभी को प्रभावित किया है। विराट ने अपनी आक्रमक कप्तानी से टीम की अगुवाई की है और भारत को विदेशी सरज़मीं पर भी क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में यादगार जीत दिलाई है।
विराट एक ऐसे कप्तान हैं जो मैदान पर हमेशा चौकन्ने दिखाई देते हैं और गेंदबाजों को लगातार प्रोत्साहित करते हैं। वर्तमान में उनके टीम में ना खेलने की स्थिति में रोहित शर्मा टीम की कप्तानी करते हैं। लेकिन भविष्य में टीम इंडिया को विराट कोहली का विकल्प तलाशना होगा। इस लेख में हम उन 5 खिलाड़ियों के बारे में जानेंगे जो विराट कोहली के बाद टीम का नेतृत्व कर सकते हैं:
भुवनेश्वर कुमार
भुवनेश्वर कुमार विराट कोहली जैसे आक्रामक खिलाड़ी तो नहीं हैं लेकिन वह अपनी गेंदबाज़ी से किसी भी मैच का परिणाम बदलने का माद्दा रखते हैं।
विश्व कप 2015 के बाद से भुवनेश्वर कुमार ने अपनी गेंदबाज़ी में लगातार सुधार किया है। भुवी की तुलना इरफान पठान के साथ की जा चुकी है क्योंकि वो गेंद को दोनों ओर स्विंग कराने में सक्षम हैं।
वर्तमान में वह बुमराह के बाद डेथ ओवर्स के सबसे अच्छे गेंदबाज़ हैं। अपने प्रदर्शन में लगातार सुधार करना और कभी हार ना मानने के गुण उन्हें भविष्य में कप्तान का स्वाभाविक विकल्प बनाते हैं।
ऋषभ पंत
दिल्ली के 20 वर्षीय बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज़ ने अंडर-19 और फिर इंडिया ए में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाई।
साहा और दिनेश कार्तिक के चोटिल होने के बाद टीम में शामिल किये गए पंत ने शानदार प्रदर्शन किया और अंतिम टेस्ट में शतक लगाकर अपने पर दिखाए भरोसे को कायम रखा।
20 साल की उम्र में, पंत के पास रणजी ट्रॉफी में दिल्ली टीम की अगुवाई करने का अनुभव है। ऐसे में आने वाले समय में वह कप्तान कोहली का आदर्श विकल्प साबित हो सकते हैं।
पृथ्वी शॉ
एक सफल कप्तान बनने के लिए दबाव में अच्छा प्रदर्शन करना बहुत ज़रूरी होता है। पृथ्वी शॉ पिछले 5 साल से ऐसा कर रहे हैं, जिसकी वजह से उनकी तुलना मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ की जा रही है।
शॉ पहली बार उस समय खबरों में आये जब हैरिस शील्ड ट्रॉफी में 14 वर्ष की उम्र में उन्होंने रिकार्ड 564 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली। तेंदुलकर के साथ उनकी तुलना का मुख्य कारण उनकी बेजोड़ तकनीक और अच्छा फुटवर्क है।
विराट कोहली की तरह, शॉ ने अंडर-19 टीम की कप्तानी करते हुए भारत को विश्व विजेता बनाया। इसके अलावा, आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा। निश्चित रूप से भविष्य में वह भारतीय टीम की कप्तानी के लिए संभावित विकल्प होंगे।
श्रेयस अय्यर
मुंबई के युवा बल्लेबाज़ श्रेयस अय्यर ने घरेलू सर्किट में ज़बरदस्त प्रदर्शन किया है। इसके अलावा अंडर-19 विश्व कप 2014 और विजय हजारे ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है।
आईपीएल सीज़न 2015 में दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 2.6 करोड़ रुपये में खरीदा था। इस साल खेले गए आईपीएल में श्रेयस अय्यर को गौतम गंभीर की जगह दिल्ली डेयरडेविल्स की कप्तानी करने का मौका मिला। अपनी शांत प्रवृति और नेतृत्व क्षमता से उन्होंने सभी को प्रभावित किया था। अय्यर अभी तक भारतीय टीम में अपनी जगह सुरक्षित नहीं कर पाए हैं, लेकिन भविष्य में वह भारत के अगले विराट कोहली साबित हो सकते हैं।
केएल राहुल
केएल राहुल अपनी बेजोड़ तकनीक और आक्रमक बल्लेबाज़ी शैली के लिए जाने जाते हैं। घरेलू क्रिकेट और फिर आईपीएल में अपने शानदर प्रदर्शन से राहुल ने राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई। राहुल ने अपने अंतरराष्ट्रीय टी20 करियर में 2 शतक लगाए हैं और टेस्ट प्रारूप में भी अच्छा प्रदर्शन किया है और मुश्किल परिस्थितियों में भी रन बनाए हैं।
हालाँकि, राहुल वनडे टीम में अभी तक अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए हैं लेकिन भविष्य में उन्हें विराट कोहली के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।